भोपाल: जनजातीय कार्य विभाग के कर्मचारियों की विशाल रैली, मुख्यमंत्री को सौंपा सात सूत्रीय ज्ञापन

भोपाल। मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के स्थाई, दैनिक वेतन भोगी और अंशकालीन कर्मचारियों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में आज राजधानी भोपाल में विशाल रैली निकाली। यह रैली मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के आह्वान पर आयोजित की गई, जिसमें 200 से अधिक कर्मचारी शामिल थे। रैली का नेतृत्व कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने किया, और यह जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची।
रैली के दौरान कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए अपने हक की मांग की। कर्मचारियों का कहना था, “हमको नियमित कब करोगे, मर जाएंगे तब करोगे।” उन्होंने अपनी एकता दिखाते हुए कहा, “कर्मचारी एकता जिंदाबाद।”
### कर्मचारियों की मुख्य मांगें:
1. स्थाई कर्मियों को सातवां वेतनमान और नियमितीकरण का लाभ।
2. दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करना और न्यूनतम वेतनमान का लाभ।
3. अंशकालीन कर्मचारियों को कलेक्टर दर का वेतन और नियमितीकरण।
4. सभी कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ।
5. सरकारी विभागों में ठेका प्रथा समाप्त करना।
6. वेतन भुगतान की तिथि 1 से 5 तारीख के बीच सुनिश्चित करना।
7. 2007 के बाद नियुक्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मचारी के रूप में नियमित करना।
रैली के समापन पर कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की गई है।
रैली और धरने में प्रमुख रूप से मारुति राव गायने, कन्हैया यादव, सुनील सराठकर, मनीष नागले, हरिराम यादव, कमलेश पटने, शिवचरण बेठे सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए।