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पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक ने 60 मिलियन टन लोडिंग लक्ष्य प्राप्त करने के लिए दिए सुझाव

भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) के महाप्रबंधक, शोभना बंदोपाध्याय ने बुधवार को रेलवे मुख्यालय में परिचालन अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य वर्ष 2030 तक 90 मिलियन टन लोडिंग का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक उपायों पर विचार-विमर्श करना था। इसके साथ ही, चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 60 मिलियन टन लोडिंग का लक्ष्य हासिल करने के लिए महाप्रबंधक ने अपने अनुभव साझा किए और ट्रैफिक अधिकारियों को उपयोगी टिप्स दिए।

बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई:
1. **लोडिंग बढ़ाना:** लोडिंग क्षमता बढ़ाने के उपायों पर विचार।
2. **इंटरचेंज में वृद्धि:** इंटरचेंज की संख्या बढ़ाने के प्रयास।
3. **मालगाड़ियों की स्पीड में वृद्धि:** मालगाड़ियों की गति बढ़ाने के लिए उपाय।
4. **मोबिलिटी में सुधार:** बेहतर गतिशीलता के लिए कदम उठाना।
5. **बॉक्स एन और जंबो वैगनों का प्रदर्शन:** इन वैगनों की परफॉर्मेंस पर चर्चा।
6. **पंक्चुअलिटी:** यात्री और मालगाड़ियों की समयबद्धता सुनिश्चित करने के उपाय।

टीम वर्क और मार्केटिंग रणनीति
महाप्रबंधक ने टीम वर्क के महत्व पर जोर दिया और कहा कि फ्रेट लोडिंग बढ़ाने के लिए एक्शन प्लान के तहत टीम वर्क के साथ काम करना आवश्यक है। उन्होंने तीनों मंडलों को हर महीने सीमेंट, कोयला, क्लिंकर, खाद्यान्न और उर्वरक जैसी कमोडिटी की लोडिंग बढ़ाने के लिए मार्केटिंग रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए।

पड़ोसी मंडलों और जोनल रेलवे के साथ समन्वय
महाप्रबंधक ने पश्चिम मध्य रेलवे के पड़ोसी मंडलों और जोनल रेलवे जैसे उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर, पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर, पश्चिम रेलवे चर्चगेट मुंबई, मध्य रेलवे, और उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर के ट्रैफिक अधिकारियों के साथ जीवंत संपर्क और समन्वय बनाकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

सुरक्षा और यात्री सुविधाएं
महाप्रबंधक ने यात्रियों और मालगाड़ियों की पंक्चुअलिटी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। साथ ही, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न रेलखण्डों की गति सीमा में वृद्धि और यात्री सुविधाओं सहित रेलगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन पर जोर दिया।

इस प्रकार, पमरे महाप्रबंधक की इस बैठक ने रेलवे के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए लोडिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की दिशा निर्देश दिए।

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