बेटे की चाह में 83 साल के बबलू यादव ने की चौथी शादी, इस बार रचाया विवाह 33 वर्षीय दूर की भांजी से

सिवान (बिहार) – बेटे की चाहत में इंसान क्या कुछ नहीं कर सकता – इसका ताजा उदाहरण बिहार के सिवान जिले से सामने आया है। यहां 83 वर्षीय बबलू यादव ने अपने से 50 साल छोटी, दूर की भांजी से शादी कर ली है। ये उनकी चौथी शादी है। इस अनोखे और सामाजिक रूप से विवादित विवाह की चर्चा पूरे इलाके में जोर पकड़ चुकी है।
बेटे की चाहत ने करवाए चार विवाह
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बबलू यादव की पहली तीन शादियों से कोई संतान नहीं हुई, खासकर बेटा नहीं। बेटा पाने की लालसा में पहले ही तीन विवाह कर चुके बबलू ने आखिरकार 33 वर्षीय महिला, जो उनकी दूर की भांजी बताई जा रही है, से विवाह रचा लिया।
परिवार और समाज में हलचल
इस शादी को लेकर परिवार और समाज में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। परिजनों ने इसे शर्मनाक बताया, तो कुछ ग्रामीणों ने इसे “व्यक्तिगत निर्णय” कहकर नजरअंदाज करने की कोशिश की। लेकिन भांजी से विवाह का पहलू लोगों को अधिक विचलित कर रहा है, क्योंकि यह रिश्तों की मर्यादा और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ माना जा रहा है।
विवाह समारोह में न डीजे, न बैंड – सिर्फ खामोशी
बताया जा रहा है कि शादी बेहद गुप्त तरीके से एक मंदिर में करवाई गई, जहां सिर्फ कुछ करीबी लोग मौजूद थे। न कोई बैंड-बाजा, न दावत – केवल एक खामोश रस्म अदायगी।
कानूनी व सामाजिक दृष्टिकोण
हालांकि, वयस्कों के बीच आपसी सहमति से विवाह कानूनी रूप से मान्य होता है, लेकिन परंपरागत और नैतिक दृष्टि से यह विवाह कई सवाल खड़े करता है। खासकर जब रिश्तों की मर्यादा और उम्र का फासला इतना व्यापक हो।
समाज क्या सीखे इस घटना से?
यह मामला केवल एक व्यक्ति की निजी इच्छा नहीं, बल्कि उस सोच को उजागर करता है जिसमें बेटे की चाह इतनी प्रबल है कि उम्र, रिश्ता और सामाजिक मर्यादा सब पीछे छूट जाते हैं। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या बेटा होना ही जीवन की सफलता है? और क्या समाज अब भी संतान की चाह में रिश्तों की सीमाएं तोड़ने को स्वीकार करता है?