दौसा । राजस्थान के दौसा जिले के थाना बालाहेड़ी अप्रेल माह में बरात को लेकर विवाद हो चुका है जिसकी थाने में एफआईआर करने के लिए शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही हुई क्यों की मीना समाज के द्वारा या कृत्य बैरवा समाज के दूल्हे के साथ किया गया था। जबकि दोनोभी एम्स एसटी वर्ग से हैं । राजस्थान में सामाजिक न्याय की दिशा में एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां मीणा समाज के लोगों ने बैरवा समाज के दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने से रोक दिया। यह घटना सामाजिक असमानता की एक नई मिसाल पेश करती है, क्योंकि मीणा समाज अनुसूचित जनजाति (ST) के अंतर्गत आता है, जबकि बैरवा समाज अनुसूचित जाति (SC) में आता है।
अरोचक तथ्य यह है कि मीणा समाज ST आरक्षण के तहत वर्चस्व बनाए हुए हैं, बावजूद इसके कि वे भी समाज के अन्य पिछड़े वर्गों के साथ समानता की दिशा में कदम नहीं बढ़ा रहे हैं। इस घटना ने राजस्थान में सामाजिक न्याय की वास्तविकता पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।