रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पीएम मोदी की फोटो: विपक्ष ने BJP पर सेना की शहादत को चुनावी हथियार बनाने का लगाया आरोप

नई दिल्ली | लोकसभा चुनाव 2024 अपडेट:
भारतीय रेलवे टिकटों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छपने को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि वह देश की सेना की वीरता और बलिदान को चुनावी प्रचार का साधन बना रही है। सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक इस मुद्दे पर तीखी बहस जारी है।
BJP पर सेना की शहादत के राजनीतिक उपयोग का आरोप
विपक्ष का कहना है कि बीजेपी ने सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे संवेदनशील सैन्य मिशन को रेलवे टिकट पर प्रमोट कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की है। कई नेताओं ने इसे न सिर्फ सेना की कुर्बानी का राजनीतिककरण बताया, बल्कि इसे हर जवान और उसके परिवार का अपमान करार दिया है।
रेलवे टिकट बना चुनावी इवेंट का हिस्सा?
विपक्ष का आरोप है कि सरकार अब रेलवे टिकट जैसे दैनिक साधनों का इस्तेमाल भी इवेंटबाज़ी और चुनावी प्रचार के लिए कर रही है। नेताओं ने सवाल उठाया कि क्या रेलवे जैसे संस्थान भी अब सरकार की प्रचार मशीनरी का हिस्सा बन चुके हैं?
BJP को देश के शौर्य की नहीं, प्रचार की चिंता: विपक्ष
एक विपक्षी नेता ने बयान में कहा, “पहले बीजेपी के नेता बयान देकर सेना की शहादत का सौदा करते थे, अब रेलवे टिकट तक को प्रचार का ज़रिया बना दिया गया है। देशभक्ति सिर्फ पोस्टर में नहीं, नीति और नीयत में दिखती है।” उन्होंने यह भी कहा कि जनता सब देख रही है और इस बार प्रचार नहीं, सच्चे मुद्दे ही तय करेंगे कि देश किसे वोट देगा।
लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रवाद का सहारा?
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बीजेपी लंबे समय से राष्ट्रवाद और सैन्य उपलब्धियों को चुनावी एजेंडे का हिस्सा बनाती रही है। लेकिन इस बार रेलवे टिकट जैसे माध्यम पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र और प्रधानमंत्री की फोटो का प्रयोग नया विवाद खड़ा कर गया है।