महाराष्ट्र चुनाव 2024: टिकट न मिलने पर बगावत करने वालों को भुगतने होंगे गंभीर परिणाम, अमित शाह की चेतावनी
नागपुर*: आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री **अमित शाह** ने नागपुर में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए साफ संकेत दिया कि पार्टी में विद्रोह और गुटबाजी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से यह चेतावनी दी कि अगर किसी नेता को टिकट न मिलने पर बगावत की जाती है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को न केवल पार्टी के उम्मीदवारों के लिए बल्कि **शिवसेना** और **एनसीपी** के सहयोगी उम्मीदवारों के लिए भी पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से काम करना चाहिए। उन्होंने विदर्भ क्षेत्र में **45 सीटें** जीतने का लक्ष्य रखा है, साथ ही गठबंधन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का आह्वान किया। शाह ने जोर देकर कहा कि सत्ता में वापसी के लिए भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन (महायुति) को एकजुट होकर मजबूत चुनाव लड़ना होगा।
गृह मंत्री ने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर संगठन को और मजबूत करने और मतदाताओं के बीच सरकार की उपलब्धियों को प्रभावी ढंग से पहुंचाने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले **नवरात्रि** और **दिवाली** के त्योहारों को मतदाताओं के साथ जुड़ने के सुनहरे अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
अमित शाह ने विपक्षी दलों पर नजर रखने और असंतुष्ट नेताओं को महायुति गठबंधन में शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई विपक्षी नेता अपनी पार्टी से नाराज है, तो उसे गठबंधन में लाने की कोशिश की जानी चाहिए। शाह ने कहा कि भाजपा को सिर्फ अपनी जीत पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए, बल्कि गठबंधन की जीत को भी प्राथमिकता देनी चाहिए।
**विदर्भ** क्षेत्र में महायुति को मजबूत करने और सत्ता में वापसी के लिए कार्यकर्ताओं से हर संभव प्रयास करने का आग्रह करते हुए, अमित शाह ने इसे एक निर्णायक चुनाव करार दिया।
**महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024** के लिए पार्टी के कार्यकर्ता अब पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में जुटने को तैयार हैं।
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