
1760 KM तक पीछा कर पुलिस ने किया रेस्क्यू
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक छोटे बच्चे को अगवा कर लिया गया। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज की मदद से 1760 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा तक पीछा किया और बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया। इस कार्रवाई के दौरान एक इंटरस्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग गैंग का भी भंडाफोड़ हुआ, जो ‘ऑन डिमांड’ बच्चों का अपहरण कर उन्हें मोटी रकम में बेचता था।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गैंग अब तक देश के विभिन्न हिस्सों से कम से कम 8 बच्चों का अपहरण कर चुका है, जिन्हें लाखों रुपए में बेचा गया। यह मानव तस्करी रैकेट बच्चों को खरीदने और बेचने के लिए संगठित तरीके से काम कर रहा था।
हाथरस से अगवा किए गए मासूम बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मोनू पाठक और उसकी पत्नी नेहा शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तीन निवासी— मल्लिकार्जुन, मैदी पाटला और सुब्बा लक्ष्मी को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस का कहना है कि यह गैंग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से ‘ऑन डिमांड’ बच्चों की तलाश करता था और फिर टारगेट करके उनका अपहरण कर लेता था। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए कई राज्यों की एजेंसियां मिलकर जांच कर रही हैं।
यह केस न केवल यूपी बल्कि पूरे देश में चाइल्ड ट्रैफिकिंग को लेकर चिंता बढ़ा रहा है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण एक मासूम की जान बच सकी, लेकिन यह मामला एक बड़े रैकेट की ओर इशारा कर रहा है, जिस पर सख्त कार्रवाई की ज़रूरत है।


