भोपाल: आज, रविवार 8 सितंबर को, शाम के समय पूर्वी आकाश में शनि (सैटर्न) की खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस दिन शनि पृथ्वी के सबसे करीब और सीधी दिशा में होगा, जिससे यह दृश्य विशेष रूप से अद्वितीय होगा।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि आज शनि और सूर्य के बीच पृथ्वी की स्थिति विशेष होगी। इसे “सैटर्न एट अपोजीशन” कहा जाता है, जब शनि और इसके रिंग को देखने का सबसे अच्छा मौका होता है। इस स्थिति में शनि और उसकी चमकदार रिंग को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
सारिका घारू ने बताया कि शाम 7 बजे के बाद पूर्वी आकाश में शनि उगना शुरू होगा और रातभर आकाश में रहेगा। यह सुबह लगभग 5 बजे पश्चिमी आकाश में अस्त होगा। शनि को बिना टेलीस्कोप के भी देखा जा सकता है, लेकिन इसके चमकदार रिंग को स्पष्ट रूप से देखने के लिए टेलीस्कोप का उपयोग करना फायदेमंद होगा। इस समय शनि पर सूर्य की किरणें पड़ रही होंगी, जिससे रिंग अधिक चमकदार दिखाई देंगे। इसे “सीलिगर प्रभाव” कहा जाता है।
सारिका ने कहा कि हालांकि शनि पृथ्वी के करीब होगा, इसकी दूरी लगभग 129 करोड़ 52 लाख 27 हजार किलोमीटर होगी, और शनि से प्रकाश की किरणों को पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 72 मिनट का समय लगेगा।
इस विशेष खगोलीय घटना का आनंद लेने के लिए तैयार हो जाइए और शनि के अद्वितीय दृश्य का अनुभव कीजिए।