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मोनाड यूनिवर्सिटी फर्जी डिग्री कांड: 1300 से अधिक फर्जी मार्कशीट बरामद, चांसलर विजेंद्र सिंह हुड्डा सहित 10 गिरफ्तार

हापुड़ स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी में STF का बड़ा खुलासा

1300+ फर्जी डिग्री व मार्कशीट जब्त

चांसलर विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत 10 आरोपी गिरफ्तार

हरियाणा में 5 हजार में छपती थी डिग्री, 4 लाख तक में होती थी बिक्री

हुड्डा पर बाइक बोट घोटाले में 5 लाख का इनाम, लंदन में रह चुका है फरार

नोएडा कोर्ट में किया था सरेंडर, बाद में बना यूनिवर्सिटी चांसलर


फर्जी डिग्री घोटाले में मोनाड यूनिवर्सिटी पर बड़ा एक्शन:
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP-STF) ने हापुड़ जिले की चर्चित मोनाड यूनिवर्सिटी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए वहां से 1300 से ज्यादा फर्जी डिग्री और मार्कशीट जब्त की हैं। इस मामले में यूनिवर्सिटी के चांसलर विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

5 हजार में छपती थी डिग्री, 4 लाख तक में बिकती थी:
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि फर्जीवाड़ा संगठित तरीके से चल रहा था। हरियाणा के प्रिंटिंग प्रेस में मात्र 5 हजार रुपये में फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार की जाती थी और फिर इन्हें 3 से 4 लाख रुपये तक में देशभर में बेचा जाता था। यह नेटवर्क शिक्षा माफिया के जरिए कॉलेजों और एजेंट्स के माध्यम से संचालित होता था।

मुख्य आरोपी विजेंद्र सिंह हुड्डा की संदिग्ध पृष्ठभूमि:
गिरफ्तार चांसलर विजेंद्र सिंह हुड्डा पहले से ही कई विवादों में घिरा रहा है। वह देश के बड़े 15 हजार करोड़ रुपए के बाइक बोट घोटाले का मुख्य आरोपी रहा है। इस घोटाले के मामले में उस पर यूपी पुलिस ने 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। वह काफी समय तक लंदन में फरारी काट चुका है।

सरेंडर के बाद बना यूनिवर्सिटी का मालिक:
हुड्डा ने अचानक नोएडा कोर्ट में सरेंडर कर दिया था और बिना जेल गए तुरंत न्यायिक राहत पा ली थी। इसके बाद उसने मोनाड यूनिवर्सिटी को खरीद लिया और स्वयं को चांसलर घोषित कर दिया। इस पृष्ठभूमि के बावजूद उसने बसपा से बिजनौर लोकसभा सीट पर चुनाव भी लड़ा था, हालांकि वह हार गया।

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