भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बड़ा छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया है, जिसमें शहर के कई निजी स्कूलों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। अपराध शाखा भोपाल ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए 40 स्कूलों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।
इस घोटाले का खुलासा भारत सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा की गई जांच के दौरान हुआ। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ स्कूलों ने छात्रों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर छात्रवृत्ति की राशि हड़पने की कोशिश की। 80 से अधिक स्कूल संदेह के घेरे में हैं और इनकी गहन जांच की जा रही है।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार इन स्कूलों ने छात्रों के फर्जी दस्तावेज, झूठी उपस्थिति और बैंक खातों के ज़रिए केंद्र सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं में करोड़ों की हेराफेरी की।
घोटाले की रकम कई करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है।
अपराध शाखा की कार्रवाई:
संबंधित स्कूलों पर धारा 420, 467, 468, 471 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज।
दस्तावेज जब्त कर साइबर और आर्थिक अपराध शाखा की संयुक्त टीम जांच में जुटी।
जिन स्कूलों के खिलाफ FIR हुई है, वे मुख्य रूप से निजी प्राइवेट संस्थान हैं।
क्या बोले अधिकारी?
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार “छात्रवृत्ति योजनाओं का दुरुपयोग करने वाले किसी भी संस्था को बख्शा नहीं जाएगा। जिन स्कूलों पर मामला दर्ज हुआ है, उनकी मान्यता और फंडिंग पर भी कार्रवाई होगी।”
आगे की कार्रवाई:
बाकी संदिग्ध 40 से अधिक स्कूलों पर भी जल्द होगी जांच।
राज्य स्तर पर भी शिक्षा विभाग को सतर्क किया गया है। दोषियों पर मान्यता रद्द, रिकवरी और गिरफ्तारी की कार्रवाई संभावित है। यह घोटाला न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि गरीब और वंचित तबके के छात्रों के अधिकारों का भी शोषण है।
ब्रेकिंग न्यूज़ : भोपाल के स्कूलों में छात्रवृत्ति घोटाला उजागर – 40 स्कूलों पर केस दर्ज
