व्हाट्सएप वीडियो कॉल के ज़रिए ‘डिजिटल अरेस्ट’: साइबर अपराधी गिरफ्तार, भोपाल साइबर क्राइम की बड़ी सफलता

भोपाल/धार । भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने एक बेहद चौंकाने वाले साइबर फ्रॉड मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए डिजिटल अरेस्ट के ज़रिए धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को धार जिले के पीथमपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस अधिकारी बनकर, व्हाट्सएप वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को डरा-धमका कर लाखों की ठगी करता था।
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) पंकज श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त अखिल पटेल, अति. पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान एवं सहायक पुलिस आयुक्त सुजीत तिवारी के मार्गदर्शन में की गई।
शिकायत का विवरण:
भोपाल की निवासी अनु वर्मा (पता – बी-402, सत्यम शिवम परिसर, भीम कंज, कोलार रोड) ने साइबर क्राइम थाना, भोपाल में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को पुलिस अधिकारी बताया और उनका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में संलिप्त बताया। इसके बाद उन्हें एक फर्जी एफआईआर नंबर भेजा गया और गिरफ्तारी की धमकी दी गई।
आरोपी ने फरियादिया को व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर 12 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा, यानी लगातार वीडियो कॉल पर निगरानी करते हुए किसी से भी बात करने से मना किया गया। पीड़िता को बताया गया कि यदि उसने किसी को कुछ बताया तो स्थानीय पुलिस के माध्यम से गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डर के चलते पीड़िता ने आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खाते में ₹5 लाख आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए।
फ्रॉड का तरीका:
खुद को पुलिस अधिकारी बताना
व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर आरोपी पुलिस की वर्दी में आता था
इन्क्रिप्टेड फर्जी एफआईआर भेजी जाती थी
डिजिटल अरेस्ट के बहाने पीड़ित को अकेले रखा जाता था
रकम वैरिफाई करने के नाम पर बैंक ट्रांसफर कराया जाता था
पुलिस कार्यवाही:
साइबर क्राइम टीम ने तकनीकी विश्लेषण और बैंक खातों की जांच के आधार पर पीथमपुर (धार) से एक आरोपी – रविन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया, जो फर्जी बैंक खाते का धारक था।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण:
क्रं. नाम पता उम्र शिक्षा भूमिका
1 रविन्द्र सिंह पिता जय सिंह ग्राम भलउताल, जिला चुरू, राजस्थान 35 वर्ष 10वीं बैंक खाता धारक
पुलिस टीम:
उपनिरीक्षक प्रमोद शर्मा
प्र.आर. नरेंद्र सिंह
सउनि चिन्ना राव
आरक्षक सुनील सिलावट, राघवेंद्र सिंह, अभिषेक चौधरी, धीरेन्द्र यादव
जनहित में सूचना:
यदि किसी को इस प्रकार की डिजिटल गिरफ्तारी या पुलिस बनकर धमकाने की कॉल आए, तो तुरंत भोपाल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर – 9479990636 या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।