
नई दिल्ली*। डेंगू एक गंभीर वायरल बीमारी है, जिसे नजरअंदाज करना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस बीमारी के दौरान फेफड़ों में पानी भरने की समस्या, जिसे प्लूरल एफ़्यूजन कहा जाता है, एक गंभीर जटिलता है। डेंगू का समय पर इलाज न होने पर यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य को भारी नुकसान हो सकता है।
डेंगू एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है और इसके सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, और शरीर पर लाल चकत्ते शामिल होते हैं। लेकिन डेंगू के कुछ गंभीर रूप, जैसे *डेंगू हेमोरेजिक फीवर* (DHF) और *डेंगू शॉक सिंड्रोम* (DSS), शरीर में ब्लीडिंग और प्लेटलेट्स की संख्या में भारी कमी ला सकते हैं, जिससे नसों की दीवारें कमजोर हो जाती हैं। इसके परिणामस्वरूप शरीर में तरल पदार्थ असंतुलन हो सकता है, जो फेफड़ों के चारों ओर तरल पदार्थ जमा होने का कारण बन सकता है।
प्लूरल एफ़्यूजन के लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, सीने में भारीपन, और तेज बुखार शामिल हो सकते हैं। इसका सही समय पर उपचार न होने पर यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। इसलिए, अगर डेंगू के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार करवाएं।
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से सुरक्षा के उपाय अपनाएं, जैसे मच्छरदानी का उपयोग, घर के आसपास पानी जमा न होने देना, और शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनना। जागरूक रहकर ही इस बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं।
डेंगू के दौरान फेफड़ों में पानी भरने जैसी गंभीर जटिलताओं से बचने के लिए समय पर पहचान और उपचार बेहद जरूरी है।