
इंदौर: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पदाधिकारी संतोष शर्मा को हाल ही में मिली जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। संतोष शर्मा ने 12 जुलाई को थाना तुकोगंज में शिकायत की थी कि उनके घर बुर्का पहनी एक महिला ने धमकी भरी चिट्ठी पहुंचाई थी। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई इस घटना की जांच करते हुए पुलिस ने मीरा कदम और छोटू बागवान को गिरफ्तार किया है, जो कि संतोष शर्मा के करीबी माने जा रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, मीरा कदम और छोटू बागवान संतोष शर्मा के करीबी हैं और इसी कारण मामले में संतोष शर्मा पर भी शक गहराता जा रहा है। पुलिस को संदेह है कि संतोष शर्मा ने ही इस पूरी साजिश की प्लानिंग की थी।
संतोष शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया था कि उनके घर एक बुर्का पहनी महिला ने धमकी भरी चिट्ठी गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड को दी थी। गार्ड के अनुसार, रात एक बजे के करीब आई इस महिला ने हिंदी और उर्दू में लिखी चिट्ठी दी और कहा, “यह पढ़ लेना, तुझे सब समझ आ जाएगा, अब नहीं बचेगा,” कहकर चली गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इंटेलिजेंस को भी सूचना दी थी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने महिला को बेकरी गली से ऑटो में बैठते देखा, जो बाद में बड़ा गणपति पर उतरी और दोपहिया वाहन से छोटा बांगड़दा पहुंची। पीएसटीएन और कॉल डिटेल्स की मदद से मीरा कदम की पहचान हुई, जो संतोष शर्मा की सहयोगी निकली। मीरा कदम और छोटू बागवान दोनों ही संतोष शर्मा के करीबी हैं और मामले में शामिल दो अन्य युवकों की भी पहचान हो चुकी है।
संतोष शर्मा, गोकुल रेसीडेंसी निवासी और विहिप के पदाधिकारी हैं, जो ‘घर वापसी’ अभियान में अब तक लगभग 100 मुस्लिम लोगों की घर वापसी करा चुके हैं। शर्मा का कहना है कि वे किसी पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव नहीं डालते, जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म अपनाना चाहता है, वह सबसे पहले कानूनी प्रक्रिया से गुजरता है।
पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है और अगर जांच में संतोष शर्मा की लापरवाही या साजिश साबित होती है, तो उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।