मध्य प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान: 11 कार्यपालन यंत्रियों और 8 ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया गया। इस अभियान की मॉनिटरिंग और सत्यापन लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह के नेतृत्व में की गई। अभियान के दौरान कुल 10,645 किलोमीटर सड़कों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 1,362 गड्ढे और 57 किलोमीटर लंबाई की सड़कों की डामर की ऊपरी सतह क्षतिग्रस्त पाई गई।
#### 15 दिवसीय निरीक्षण अभियान का उद्देश्य
यह अभियान 7 से 22 अगस्त के बीच चलाया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश की सड़कों की स्थिति का जायजा लेना और मरम्मत कार्य सुनिश्चित करना था। 9 से 15 सितंबर के बीच अधीक्षण यंत्री स्तर के अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में औचक निरीक्षण किया और 18 सितंबर को रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट के आधार पर 7 दिनों के भीतर सभी चिन्हित गड्ढों और सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा किया गया।
#### कारण बताओ नोटिस जारी
जिन संभागों में निरीक्षण के दौरान अधिक गड्ढे पाए गए, वहां के 11 कार्यपालन यंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इन अधिकारियों में:
– **भिंड संभाग:** श्री अवध बिहारी साहू
– **सिवनी संभाग:** आर.के. हनुमंते
– **इंदौर संभाग:** एस.के. सक्सेना
– **बड़वानी संभाग:** के.एन. प्रजापति
– **रायसेन संभाग:** पी.के. झा
– **सागर संभाग:** हरिशंकर जायसवाल
– **धार संभाग:** जयदेव गौतम
– **शहडोल संभाग:** के.पी. कुजूर
– **पन्ना संभाग:** जे.पी. सोनकर
– **टीकमगढ़ संभाग:** आई.के. शुक्ला
– **उमरिया संभाग:** जी.आर. गायकवाड
#### ठेकेदारों पर भी कार्रवाई
इसके अलावा, इन सड़कों के निर्माण कार्य में शामिल 8 ठेकेदारों को भी परफॉर्मेंस गारंटी के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिन ठेकेदारों को नोटिस भेजा गया, उनमें शामिल हैं:
1. **शेपर्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, भोपाल**
2. **आर.के. जैन इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स प्रा.लि.**
3. **लक्ष्मी नारायण अग्रवाल**
4. **जगदीश प्रसाद बंसल**
5. **सरमन इंडिया, भोपाल**
6. **उत्सुक कोर डेवलपर्स**
7. **मेसर्स विजय सिंह, रीवा**
8. **एस.सी. जैन कंस्ट्रक्शन कंपनी**
#### लोकपथ एप पर शिकायतों का निवारण
अभियान के दौरान लोकपथ एप पर सड़कों की स्थिति को लेकर कुल 3,705 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 3,570 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है। शेष 135 शिकायतों पर अभी काम चल रहा है और इन्हें 7 दिनों के भीतर सुलझाने का लक्ष्य रखा गया है।
#### सड़कों की खराब स्थिति के मुख्य कारण
रिपोर्ट के अनुसार, निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि 57 किलोमीटर सड़कों की ऊपरी सतह क्षतिग्रस्त थी, जबकि 8.80 किलोमीटर सड़कों की खराब स्थिति जल निकासी की कमी के कारण थी। इन समस्याओं को दूर करने के लिए सड़कों की मरम्मत के साथ-साथ जल निकासी प्रणाली को भी दुरुस्त किया गया है।
यह अभियान मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री के नेतृत्व में प्रदेश की सड़कों की हालत सुधारने के उद्देश्य से चलाया गया, जिसमें 10,645 किलोमीटर सड़कों का निरीक्षण कर 1,362 गड्ढों की मरम्मत का कार्य सुनिश्चित किया गया। इससे प्रदेश की सड़कों की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है, जिससे यातायात सुगम और सुरक्षित हो सकेगा।
इस अभियान के तहत उठाए गए सख्त कदम और अधिकारियों को जारी नोटिस से यह स्पष्ट होता है कि सरकार सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए गंभीर है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।