भोपाल: एकतरफा प्यार में गई युवक की जान, प्रेमी और उसके दोस्त ने मिलकर धारदार हथियार से उतारा मौत के घाट

भोपाल। राजधानी के गोविंदपुरा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक वारदात सामने आई है, जहां एक युवक की जान एकतरफा प्यार के चलते चली गई। युवती के पूर्व प्रेमी और उसके साथी ने मिलकर युवक को धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। भोपाल पुलिस ने 48 घंटे के भीतर इस हत्याकांड का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी अब भी फरार है।
घटना का विवरण:
14-15 मई 2025 की मध्य रात्रि एम्स अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक को धारदार हथियार से गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पहचान शिवम कलम के रूप में हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शिवा राजपूत और उसके दोस्त माही ने शिवम पर हमला किया था।
कैसे हुआ विवाद?
जांच में सामने आया कि पूरा मामला एक युवती पूजा पटेल (परिवर्तित नाम) को लेकर था। मृतक शिवम की मुंहबोली बहन उसी मकान में किराए से रहती थी, जिसमें पूजा पटेल का भी निवास था। शिवम को पूजा पटेल अच्छी लगती थी और उसे जब यह पता चला कि पूजा का अपने प्रेमी शिवा राजपूत से ब्रेकअप हो गया है, तो उसने उससे संपर्क करने की कोशिश की। दोनों की मुलाकात एक-दो बार दोस्त के माध्यम से हुई थी।
13 मई को पूजा का पूर्व प्रेमी शिवा राजपूत वापस आ गया और 14 मई को वह अपने दोस्त माही के साथ पूजा के कमरे पर पहुंचा। वहां उसे पता चला कि शिवम, पूजा से नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसी बात को लेकर रात में शिवा और माही ने शिवम से झगड़ा किया, जो बाद में हिंसक रूप ले गया। झगड़े में धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे शिवम की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों—डीसीपी संजय अग्रवाल, एडीसीपी महावीर सिंह मुजाल्दे और एसीपी दीपक नायक ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और तत्काल जांच के निर्देश दिए। थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर के नेतृत्व में टीम गठित की गई, जिसने तकनीकी व मुखबिर सूचना के आधार पर मुख्य आरोपी शिवा राजपूत को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून से सने कपड़े भी बरामद किए गए। आरोपी माही की तलाश अब भी जारी है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका:
इस हत्याकांड के खुलासे में थाना गोविंदपुरा के निरीक्षक अवधेश सिंह तोमर और उनकी टीम—उनि गजराज जोगवाल, उनि संजय शुक्ला, उनि रुपा मिश्रा, उनि खेत सिंह, प्रआर संदीप सिंह, प्रआर धीरज राठौर, प्रआर लीलाधर ठाकुर, प्रआर शेखर, प्रआर कुबेर राजपूत, आरक्षक अवतार गुर्जर, सुभाष तोमर, लोकेन्द्र सिंह, शुभम, महिला आरक्षक बबीता, कविता, प्रियंका और नीलम—ने प्रमुख भूमिका निभाई।
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निष्कर्ष:
भोपाल में एकतरफा प्यार की यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि युवा पीढ़ी भावनाओं में बहकर किस तरह हिंसक कदम उठा लेती है। पुलिस द्वारा तत्परता से कार्रवाई करना सराहनीय है, लेकिन ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता और भावनात्मक शिक्षा भी बेहद जरूरी है।