
भोपाल, । एम्स भोपाल ने विश्व रक्तदाता दिवस 2025 के अवसर पर एक भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के जवानों, मेडिकल छात्रों, फैकल्टी और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में कुल 101 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में ITBP जवानों की उल्लेखनीय भागीदारी
कार्यक्रम की शुरुआत एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में हुई, जिसमें ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एवं ब्लड बैंक विभाग, रेजिडेंट डॉक्टर्स वेलफेयर काउंसिल, नर्सिंग काउंसिल, और ITBP का सक्रिय सहयोग रहा।
शिविर का आयोजन ब्लड सेंटर, एम्स भोपाल में सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक किया गया, जिसमें ITBP के जवानों, रेजिडेंट डॉक्टर्स, मेडिकल फैकल्टी, स्टाफ और नर्सिंग अधिकारियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति और प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल (डॉ.) अजीत कुमार (डिप्टी डायरेक्टर, प्रशासन) रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री संजीव रैना (आईजी, ITBP), डॉ. शशि मेहर (डिप्टी आईजी) और श्री गिरीश चंद्र उपाध्याय (आईजी, ITBP) मौजूद रहे। उन्होंने रक्तदान के व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए सभी प्रतिभागियों को मानवता की सेवा में आगे आने के लिए प्रेरित किया।
कर्नल अजीत कुमार ने कहा कि “रक्त का कोई कृत्रिम विकल्प नहीं है, और केवल रक्तदान से ही किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। यह एक सच्चा और निःस्वार्थ मानव कार्य है।”
रक्तदान जागरूकता प्रतियोगिताएं और एसडीपी डोनर अभियान
इस अवसर पर रक्तदान जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन, शॉर्ट फिल्म/रील निर्माण, और क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेताओं को स्मृति चिन्ह, और सभी को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
साथ ही, एक विशाल एसडीपी (Single Donor Platelet) डोनर रजिस्ट्रेशन ड्राइव भी चलाया गया, जिससे प्लेटलेट की आपूर्ति बढ़ाने की दिशा में मजबूत कदम उठाया गया।
प्रो. अजय सिंह का संदेश: मानवता की जिम्मेदारी
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “विश्व रक्तदाता दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि मानवता के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाने का दिन है। एम्स भोपाल स्वैच्छिक रक्तदान को एक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, आयोजकों और ITBP बल को धन्यवाद देते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का संकल्प दोहराया।