
नई दिल्ली । 27 जुलाई से शुरु हो रहे पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी पदक की उम्मीदों के साथ पहुंच रहे हैं। इस बार कुल 118 खिलाड़ी इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्वि करेंगे। इस बार खेल मंत्रालय ने भी पेरिस ओलंपिक की तैयारियों पर पहले से कई गुना अधिक रकम खर्च की है। एथलेटिक्स पर ही रिकॉर्ड 470 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जबकि धुड़सवारी पर सबसे कम 95 लाख रुपये खर्च किये गये हैं। एथलेटिक्स के बाद दूसरे नंबर पर बैडमिंटन को सबसे ज्यादा रकम करीब 72.02 करोड़ रुपये मिले है। इसके बाद तीसरे स्थान पर मुक्केबाजी को 60.93 करोड़ रुपये और चौथे स्थान पर निशानेबाजी को 60.42 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं पिछली बार कांस्य जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम को इस बार केंद्र सरकार ने 41.29 करोड़ रुपये दिए हैं जबकि तीरंदाजी को 39.18 करोड़ रुपये वह कुश्ती को 37.80 करोड़ रुपये और भारोत्तोलन को 26.98 करोड़ रुपये मिले है।
इससे पहले हुए टोक्यो ओलंपिक में खेल मंत्रालय का बजट काफी कम था। तब भारत ने कुल सात पदक जीते थे। वहीं भारत को भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण दिलाया था। इस जीत के बाद से ही खेल मंत्रालय ने एथलेटिक्स की तैयारियों पर जमकर खर्च किया है। इस बार एथलेटिक्स पर करीब 96.08 करोड़ रुपये खर्च किए। यह किसी भी खेल को दी गयी सबसे अधिक राशि है। वहीं पिछली बार एथलेटिक्स को केवल 5.38 करोड़ रुपये मिले थे पर नीरज की जीत से उत्साहित खेल मंत्रालय ने एथलेटिक्स को 18 गुना ज्यादा रकम दे दी।