
दिल्ली। रिश्तों में भरोसे की डोर जब टूटती है, तो उसका अंत कितना भयानक हो सकता है, इसका खौफनाक उदाहरण दिल्ली की सुष्मिता ने पेश किया। जिस दिन पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं – करवाचौथ – उसी दिन सुष्मिता ने अपने हाथों से अपने पति करण का ‘अंतिम व्रत’ कर डाला।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में रहने वाले करण और सुष्मिता की शादी को तीन साल हुए थे। बाहर से देखने पर यह जोड़ा आम था – लेकिन अंदर ही अंदर रिश्तों की दीवार दरक रही थी।
सूत्रों के अनुसार, करवाचौथ की सुबह किसी बात पर विवाद हुआ। करण ने सुष्मिता को एक थप्पड़ मार दिया — और यही बना मौत की पटकथा की पहली पंक्ति।
“उसने कहा था… आज व्रत है, कल तेरा वजूद नहीं रहेगा”
पुलिस जांच में सामने आया कि सुष्मिता ने योजना बनाकर अपने पति को रात में ज़हर मिला दूध पिलाया। जब करण अचेत हुआ, तो उस पर धारदार हथियार से कई वार किए गए।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर अत्यधिक चोटों और तड़पने के निशान मिले।
पड़ोसियों की गवाही:
रात में चीख-पुकार सुनी गई, लेकिन सुष्मिता ने बताया कि करण को दौरा पड़ा है। जब तक एम्बुलेंस आई, करण दम तोड़ चुका था।
कहानी के पीछे की परतें:
शादी में लगातार झगड़े, घरेलू हिंसा और अविश्वास की स्थिति
सुष्मिता को शक था कि करण का किसी और से संबंध है
थप्पड़ की घटना ने पुराने जख्मों को उभार दिया
मानसिक संतुलन और गुस्से का खौफनाक मेल बना जानलेवा
पुलिस का बयान:
> “यह सुनियोजित मर्डर प्रतीत होता है। सुष्मिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना की पुष्टि CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स और पड़ोसियों की गवाही से की जा रही है।”