नई दिल्ली/मुंबई । राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (RCF Ltd) द्वारा जारी की गई विशेष भर्ती अधिसूचना ने देशभर में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। कंपनी ने ट्रॉम्बे और थल इकाइयों के लिए जो विशेष भर्ती अभियान शुरू किया है, उसमें केवल SC, ST और OBC वर्गों के लिए पद आरक्षित रखे गए हैं, जबकि सामान्य वर्ग (General Category) के लिए कोई अवसर नहीं रखा गया।
इस अधिसूचना में कुल 74 पदों पर भर्ती होनी है, जिसमें प्रचालक (रसायन) प्रशिक्षु, बॉयलर ऑपरेटर, फायरमैन, नर्स, तकनीशियन (उपकरण/इलेक्ट्रिकल/मैकेनिकल) जैसे महत्वपूर्ण तकनीकी पद शामिल हैं। कंपनी की वेबसाइट www.rcfltd.com पर यह जानकारी उपलब्ध है, जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि यह एक विशेष भर्ती अभियान (Special Recruitment Drive) है, जो केवल आरक्षित वर्गों के लिए है।
सवर्ण समाज की नाराजगी: “क्या हम अब इस देश के नागरिक नहीं?”
इस अधिसूचना के सार्वजनिक होने के बाद सामान्य वर्ग (सवर्ण समाज) के युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र राही ने कहा कि “मोदी सरकार ने सवर्ण समाज को इस देश का नागरिक मानने से इंकार कर दिया है। अब केंद्र की नौकरियों से हमें ऑफिशियली बाहर किया जा रहा है।”
क्या कहता है नियम?
आरसीएफ लिमिटेड भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है। सरकार समय-समय पर आरक्षित वर्गों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाती है ताकि संविधान प्रदत्त समान अवसर के सिद्धांत के अंतर्गत पिछड़े वर्गों को प्रतिनिधित्व मिल सके। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि आरक्षित वर्गों के लिए विशेष अभियान चलाना उचित हो सकता है, लेकिन जब सामान्य वर्ग को पूरी तरह से बाहर कर दिया जाए, तो यह सामाजिक संतुलन को नुकसान पहुँचा सकता है।
नौकरी के इच्छुक युवाओं में भारी असंतोष
सामान्य वर्ग से आने वाले कई बेरोजगार इंजीनियर, तकनीशियन और मेडिकल प्रशिक्षित युवा सोशल मीडिया पर इस अभियान के खिलाफ #EqualJobsForAll और #DiscriminationByGovt जैसे हैशटैग के साथ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
विशेष भर्ती अभियान का उद्देश्य सामाजिक न्याय है, लेकिन जब किसी वर्ग को पूरी तरह से बाहर कर दिया जाए, तो यह समान अवसर के सिद्धांत पर प्रश्नचिह्न खड़े करता है। सवाल यही है – क्या ‘विशेष अभियान’ के नाम पर ‘पूर्ण बहिष्कार’ उचित है? और क्या इससे सामाजिक समरसता बनी रह सकेगी?
RCF लिमिटेड की भर्ती में सवर्ण समाज को किया गया बाहर? केंद्र सरकार के विशेष भर्ती अभियान पर उठे सवाल
