
प्रयागराज: प्रयागराज के एक गांव नैनी चक्का में 7 विसवा जमीन के विवाद का फैसला 52 साल बाद आया है। इन 52 सालों में 56 जजों ने इस मामले में तारीख पे तारीख दी।
जब फैसला आया, तब तक 7 में से 6 वादी स्वर्ग सिधार चुके थे। जो वादी जीवित थे, उनकी उम्र 90 साल से अधिक हो चुकी थी।
इस निर्णय ने न्याय प्रणाली में देरी के मामले को उजागर कर दिया है।
गरीब और अमीर के लिए न्याय पाने की प्रक्रिया में अलग तराजू क्यों हैं? न्यायालय की इस दोहरी नीति पर सवाल उठाना जरूरी है।