विश्व बैंक अध्यक्ष अजय बंगा ने पीएम मोदी से की अहम मुलाकात, पाकिस्तान को दिए कर्ज और POK को लेकर बढ़ी अटकलें

नई दिल्ली। विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष अजय बंगा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज एक अहम मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर हो रही है और विश्व बैंक द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता और कर्ज को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

क्या पीओके को लेकर बन रही है नई रणनीति?

सूत्रों के अनुसार, विश्व बैंक द्वारा पाकिस्तान को दिए गए कर्ज और संसाधनों पर भारत की आपत्ति के बाद अब यह अटकलें तेज हो गई हैं कि भारत पाक-अधिकृत कश्मीर (POK) को लेकर कोई नई कूटनीतिक या आर्थिक पहल कर सकता है। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि भारत POK को पुनः प्राप्त करने के लिए आर्थिक और रणनीतिक विकल्पों पर विचार कर सकता है, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर का स्पष्ट संदेश

इस बीच भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि भारत की नीति शांति और स्थिरता बनाए रखने की है, लेकिन किसी भी सैन्य हमले या उकसावे की स्थिति में भारत मूकदर्शक नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि “भारत स्थिति को और खराब करने का इरादा नहीं रखता है, लेकिन अगर हम पर सैन्य हमला होता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”


पाकिस्तान को विश्व बैंक की मदद बंद होने के संकेत

अंतरराष्ट्रीय सूत्रों के हवाले से खबर है कि विश्व बैंक अब पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की समीक्षा कर सकता है। पाकिस्तान की डिफॉल्ट की स्थिति, आतंकवाद पर नरमी और आंतरिक अस्थिरता के चलते अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं उस पर आर्थिक दबाव बनाने के मूड में हैं।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री मोदी और वर्ल्ड बैंक अध्यक्ष की मुलाकात भारत की आर्थिक कूटनीति के लिहाज से एक महत्वपूर्ण संकेत है। POK को लेकर रणनीतिक विमर्श और पाकिस्तान पर आर्थिक दबाव जैसी संभावनाएं भारत के लिए नए दरवाज़े खोल सकती हैं। आने वाले दिनों में भारत की विदेश नीति और विश्व बैंक का रुख वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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