कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल की कमला प्रसाद बिसेसर एक बार फिर प्रधानमंत्री बनी हैं। वे मूल रूप से बिहार के भेलूपुर गांव से संबंध रखने वाले राम लखन मिश्रा की बेटी हैं। कमला बिसेसर की यह ऐतिहासिक उपलब्धि विश्वभर में भारतीय प्रवासी समुदाय के लिए गौरव का विषय बन गई है।
कमला बिसेसर पहली बार 2010 में त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री बनी थीं और अब एक बार फिर उन्होंने इस पद पर आसीन होकर इतिहास रच दिया है। वे ब्राह्मण समुदाय से आती हैं, और उनका राजनीतिक एवं सामाजिक योगदान लंबे समय से चर्चा में रहा है।
भारतीय मूल की महिलाएं विश्व राजनीति में बना रही हैं पहचान
कमला बिसेसर उन प्रवासी भारतीयों में शामिल हैं जो विदेशों में भी नेतृत्व क्षमता और जनसेवा के लिए पहचानी जाती हैं। वे त्रिनिदाद की यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) पार्टी से जुड़ी हुई हैं और सामाजिक न्याय, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके योगदान को सराहा जाता है।
ब्राह्मण समाज में खुशी की लहर
कमला बिसेसर की इस उपलब्धि से भारत, विशेषकर बिहार के ब्राह्मण समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग इसे भारतीय संस्कृति और मूल्यों की वैश्विक विजय के रूप में देख रहे हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री बनीं भारतीय मूल की कमला बिसेसर, बिहार के ब्राह्मण परिवार से हैं जुड़ीं
