इज़राइल। जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। इज़राइल के विदेश मंत्री गिदेओन सार ने इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि कट्टर इस्लामी आतंकवाद भारत और इज़राइल दोनों के लिए साझा खतरा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमास, हिज़्बुल्लाह और हूथी जैसे टेरर स्टेट्स को जड़ से समाप्त करना ही वैश्विक शांति का एकमात्र उपाय है।
इज़राइल के विदेश मंत्री गिदेओन सार ने एक बयान जारी करते हुए जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले को मानवता पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि भारत और इज़राइल, दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ वर्षों से एक साझा संघर्ष लड़ रहे हैं। कट्टरपंथी संगठन न केवल हमारे देशों को बल्कि पूरी सभ्यता को चुनौती दे रहे हैं। इनका उद्देश्य भय, अस्थिरता और असमानता फैलाना है।
गिदेओन सार ने कहा कि इज़राइल भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़ा रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक समुदाय को अब आतंक के प्रायोजकों और उनके समर्थक राष्ट्रों को भी कठघरे में खड़ा करना चाहिए।
पाहलगाम हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए इज़राइल ने भारत के प्रति एकजुटता और संवेदना व्यक्त की है। दोनों देशों के बीच सुरक्षा और खुफिया सहयोग पहले से ही मजबूत है, और यह घटना इस साझेदारी को और सुदृढ़ करने का अवसर मानी जा रही है।
इज़राइल के विदेश मंत्री बोले : कट्टर आतंक भारत और इज़राइल का साझा ख़तरा
