इजराइल ने ईरान पर किया हमला, सेना प्रमुख और परमाणु वैज्ञानिक की मौत का दावा; ईरान में आपातकाल, एयरस्पेस बंद

तेल अवीव/तेहरान ।  पश्चिम एशिया में हालात अचानक बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इजराइल ने ईरान पर सैन्य हमला कर दिया है, जिसकी पुष्टि इजरायली रक्षा बल (IDF) ने की है। इजराइल का दावा है कि इस हमले में ईरान के सेना प्रमुख और एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक की मौत हो गई है।

इस हमले के बाद ईरान में आपातकाल (Emergency) घोषित कर दिया गया है। सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और एयरस्पेस को अगली सूचना तक सील कर दिया गया है। देश भर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

इजराइल के प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के पास इजराइल को गंभीर नुकसान पहुंचाने की क्षमता है। हमने सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी कर ली है। मैं सभी नागरिकों से संयम और सहयोग बनाए रखने की अपील करता हूं। इजराइल ने इस हमले को “ऑपरेशन का पहला चरण” बताया है। इजरायली वायुसेना के दर्जनों जेट विमानों ने ईरान के परमाणु ठिकानों समेत सैन्य लक्ष्यों पर निशाना साधा है।

भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर फिर उठे सवाल

इस गंभीर वैश्विक घटनाक्रम के बीच भारत में नागर विमानन सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिन्होंने विमान कंपनियों की कार्यप्रणाली और भारत सरकार की निगरानी पर सवाल खड़े किए हैं:

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हाल ही में एक टूटी हुई सीट पर सफर करना पड़ा था।

एक अन्य घटना में चिड़िया टकराने से विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।

कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, कई खस्ताहाल विमानों को बिना पर्याप्त तकनीकी जांच के उड़ान में शामिल किया जा रहा है।


इन घटनाओं के बावजूद नागर विमानन मंत्रालय या भारत सरकार की ओर से कोई कठोर कार्रवाई अब तक नहीं की गई है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता और भी बढ़ गई है।

विश्लेषण: क्या पश्चिम एशिया की जंग का असर भारत पर पड़ेगा?

तेल कीमतों में उछाल संभव है, जिससे भारत पर महंगाई का दबाव बढ़ सकता है।

भारत में रह रहे ईरानी और इजरायली नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।

एयरस्पेस प्रतिबंधों के कारण मध्य-पूर्व की उड़ानों में व्यवधान आने की आशंका है।

निष्कर्ष

इजराइल और ईरान के बीच यह संघर्ष पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। वहीं भारत को भी न केवल अंतरराष्ट्रीय हालात पर नजर रखने की जरूरत है, बल्कि अपने नागरिक उड्डयन ढांचे की कमजोरियों को दूर करना अब बेहद जरूरी हो गया है।

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