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इस्राइल-हमास संघर्ष: गाजा में तबाही के 1 साल, 1.63 लाख इमारतें मलबे में तब्दील, 10,000 शव अभी भी दबे

गाजा में इस्राइल और हमास के बीच पिछले एक साल से जारी संघर्ष ने शहर को मलबे का ढेर बना दिया है। संयुक्त राष्ट्र के उपग्रह डाटा के मुताबिक, गाजा की युद्ध पूर्व संरचनाओं में से दो-तिहाई यानी 1,63,000 से अधिक इमारतें या तो पूरी तरह ढह गई हैं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनमें से एक तिहाई ऊंची इमारतें शामिल हैं। इस तबाही के कारण गाजा में लगभग 4.2 करोड़ टन मलबा जमा हो गया है, जिससे शहर की स्थिति और गंभीर हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि मलबा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है और इसे साफ करने में अरबों डॉलर खर्च होने का अनुमान है।

संयुक्त राष्ट्र का अनुमान: 14 साल लगेंगे मलबा हटाने में

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अगर युद्ध अभी रुक भी जाए, तो भी मलबे को हटाने में करीब 14 साल का समय और 1.2 अरब डॉलर (लगभग 10,083.64 करोड़ रुपये) का खर्च आएगा। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा में मौजूद मलबा 2008 से एक साल पहले युद्ध शुरू होने तक जमा हुए मलबे की तुलना में 14 गुना ज्यादा है और 2016-17 में इराक के मोसुल युद्ध के दौरान हुए मलबे से पांच गुना अधिक है।

गीजा पिरामिड से 11 गुना ज्यादा मलबा

विशेषज्ञों ने कहा कि अगर इस मलबे को इकट्ठा किया जाए, तो यह मिस्र के सबसे बड़े गीजा पिरामिड से 11 गुना बड़ा होगा। गाजा की इस गंभीर स्थिति ने न केवल इमारतों को ढहा दिया है, बल्कि हजारों लोगों के घर भी उजाड़ दिए हैं।

10,000 से अधिक शव अभी भी मलबे में दबे, रेड क्रॉस की चेतावनी

गाजा में मलबे के ढेर के नीचे 10,000 से ज्यादा शव दबे होने की आशंका है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिनके शव अभी तक बरामद नहीं हुए हैं। रेड क्रॉस ने चेतावनी दी है कि मलबे में बचे हुए कुछ बम भी हैं जो विस्फोट कर सकते हैं। इससे स्थानीय निवासियों और बचाव कर्मियों की जान को खतरा बना हुआ है।

23 लाख टन मलबा दूषित, बीमारियों का बढ़ रहा खतरा

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने चेतावनी दी है कि करीब 23 लाख टन मलबा दूषित हो सकता है, जो लोगों की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। मलबे में एस्बेस्टस के रेशे पाए गए हैं, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर कैंसर का कारण बन सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, पिछले साल गाजा में तीव्र श्वसन संक्रमण के करीब 10 लाख मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें से अधिकतर धूल और मलबे की वजह से थे।

सफाई अभियान की शुरुआत इसी महीने

संयुक्त राष्ट्र और फलस्तीन के अधिकारी जल्द ही सफाई अभियान की शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं। इस योजना के तहत सबसे पहले खान यूनिस और मध्य गाजा शहर डेर एल-बलाह में पायलट परियोजना के तहत मलबा हटाया जाएगा। इसी महीने सड़क किनारे से मलबा हटाने का काम शुरू किया जाएगा।

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