
इस्लामाबाद ।।पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलोच विद्रोहियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया है। इस हमले में 24 घंटे के अंदर पुलिस स्टेशन, रेलवे लाइन और नेशनल हाईवे को निशाना बनाया गया, जिसमें सैनिकों सहित 73 लोगों की मौत हो गई है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बीएलए ने इसे ऑपरेशन डार्क विंडी स्टोर्म नाम दिया है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी बंदरगाह जिले ग्वादर में एक महिला सहित चार आत्मघाती हमलावरों ने अटैक किया। पाकिस्तानी अधिकारी अभी इस पर कुछ बोलने से बच रहे हैं। बता दें कि बीएलए पाकिस्तान की सरकार से लड़ने वाला सबसे बड़ा विद्रोही गुट है। बीएलए के विद्रोहियों का आरोप है कि पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान में गैस और खनिज संसाधनों का अनुचित तरीके से दोहन करती है। इसके कारण राज्य में गरीबी है। बीएलए चीन को बाहर निकालना और बलूचिस्तान की आजादी चाहता है।
हालांकि, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमले में 3 लोग मारे गए हैं। यह हमला विद्रोह से जूझ रहे बलूचिस्तान के अंदर पिछले कई दशकों में हुए सबसे बड़े अटैक में शामिल हो गया है। पाकिस्तान की सेना ने बताया कि हमलों के बाद मुठभेड़ में 14 सैनिकों की मौत हुई है। इस हमले में बीएलए के 21 विद्रोही भी मारे गए हैं। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री के मुताबिक 38 आम नागरिकों की जान गई है। इन लोगों में से 23 नेशनल हाईवे में हुए अटैक में मारे गए, जब हथियारबंद लोगों ने यात्रियों की पहचान करके उन्हें गोलियां मारीं।बता दें कि हमलावरों ने नेशनल हाईवे पर हमले के दौरान यात्रियों को बसों से उतारकर गोलियों से भून दिया। फायरिंग की यह वारदात बलूचिस्तान के मुसाखाइल जिले में हुई। हथियारबंद हमलावरों ने ट्रकों और बसों से यात्रियों को उतारा और पाकिस्तानी पंजाब के लोगों को चिह्नित करके उन्हें गोली मारी। मुसाखाइल के असिस्टेंट कमिश्नर नजीब काकर के मुताबिक हथियारबंद हमलावर राराशम इलाके में इंटर-स्टेट हाईवे पर पहुंचे और सड़क जाम कर दी। इसके बाद उन्होंने बसों और ट्रकों को रोककर यात्रियों की पहचान करना शुरू कर दिया। हमलावरों ने पंजाब के यात्रियों को आइडेंटिफाई किया और चुन-चुनकर गोली मारकर हत्या कर दी।