पख्तूनख्वा ।।पाकिस्तान में राजनीतिक और सुरक्षा हालात एक बार फिर उथल-पुथल में हैं। ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) के मुख्यमंत्री सुहैल अफरीदी को सार्वजनिक तौर पर बुरी तरह पीटा गया है। घटना ने पूरे प्रांत में हड़कंप मचा दिया है और इससे देश की आंतरिक राजनीति पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि यह हमला पाकिस्तान सेना के इशारे पर किया गया, जो देश की सत्ता-संरचना पर सैन्य हस्तक्षेप की पुरानी बहस को फिर हवा दे रहा है। सुहैल अफरीदी पर किया गया यह बर्बर हमला इस ओर संकेत करता है कि पाकिस्तान में नागरिक सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं खैबर पख्तूनख्वा जैसे संवेदनशील और अशांत क्षेत्रों में हालात को और बिगाड़ सकती हैं। पहले से ही आतंकवाद, राजनीतिक हिंसा और आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में इस घटना के बाद अस्थिरता और बढ़ने की आशंका है।
राजनीतिक गलियारों में भी इस हमले की चर्चा तेज है। विपक्षी दल इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं, वहीं सरकार अब तक चुप्पी साधे हुए है। क्षेत्रीय सुरक्षा विश्लेषक चेतावनी दे रहे हैं कि अगर सेना और सरकार के बीच टकराव बढ़ा तो इसका सीधा असर पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों और पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर भी पड़ सकता है।
कुल मिलाकर खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री पर हुआ यह हमला पाकिस्तान के भीतर गहराते राजनीतिक संकट का संकेत है, और आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं।
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री पर हमला: हालात फिर बिगड़ने की आशंका
