
तुर्की की राजधानी अंकारा से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एक भीषण विमान हादसा सामने आया है। लीबिया के आर्मी चीफ जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद का निजी जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें विमान में सवार सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुखद घटना की पुष्टि संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त लीबियाई सरकार के प्रधानमंत्री अब्दुलहामिद दिबेबा ने की है। उन्होंने इसे लीबिया के लिए “गहरी और अपूरणीय क्षति” बताया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, निजी जेट ने अंकारा एयरपोर्ट से उड़ान भरी ही थी कि कुछ ही मिनटों के भीतर तकनीकी खराबी या अन्य कारणों से विमान संपर्क से बाहर हो गया। इसके बाद विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली। हादसे की तीव्रता इतनी अधिक थी कि विमान में सवार किसी भी व्यक्ति को बचाया नहीं जा सका।
लीबिया के प्रधानमंत्री अब्दुलहामिद दिबेबा ने आधिकारिक बयान जारी कर इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनरल अल-हद्दाद न केवल लीबिया की सैन्य संरचना के एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए उनका योगदान अमूल्य रहा है। उनके असामयिक निधन से देश को जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है।
इस विमान दुर्घटना के बाद लीबिया और तुर्की दोनों देशों में शोक का माहौल है। तुर्की के संबंधित विमानन और सुरक्षा एजेंसियों ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। ब्लैक बॉक्स की तलाश और उड़ान से जुड़े तकनीकी रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं, ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि वीआईपी और सैन्य अधिकारियों के निजी विमानों की सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत सख्त होती है, ऐसे में यह हादसा कई सवाल खड़े करता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की जा रही है। फिलहाल, लीबियाई सरकार ने जनरल अल-हद्दाद को राष्ट्रीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि देने की घोषणा की है और देशभर में शोक व्यक्त किया जा रहा है।



