एम्स भोपाल में बच्चों के लिए ‘वॉक विद ब्रिलियंस’ ध्यान एवं आत्म-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

भोपाल। एम्स भोपाल के आयुष और शरीर क्रिया विज्ञान विभाग द्वारा बच्चों के लिए एक विशेष ध्यान एवं आत्म-जागरूकता कार्यक्रम ‘वॉक विद ब्रिलियंस’ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में एम्स के फैकल्टी, स्टाफ और अधिकारियों के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास, भावनात्मक संतुलन और सकारात्मक सोच का विकास करना था। यह कार्यक्रम एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। आयोजन का समन्वयन ‘उद्गम’ संस्था ने किया, जो योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्री श्री परमहंस योगानंद की आध्यात्मिक शिक्षाओं से प्रेरित है।
सत्र के दौरान बच्चों को दैनिक जीवन की चुनौतियों जैसे गुस्सा, चिंता, तुलना, अध्ययन का दबाव और आत्म-संदेह जैसी भावनाओं को पहचानने और उन पर शांत मन से प्रतिक्रिया करने के अभ्यास कराए गए।
कार्यक्रम में कहानी, संवाद, ध्यान अभ्यास और समूह गतिविधियों के माध्यम से बताया गया कि बचपन में बनने वाले संस्कार जीवन भर के व्यक्तित्व को आकार देते हैं, इसलिए इस अवस्था में मन और भावनाओं को सकारात्मक दिशा देना अत्यंत आवश्यक है।बच्चों को यह भी सिखाया गया कि ध्यान और श्वास नियंत्रण के माध्यम से मन को शांत रखकर वे अपने व्यवहार और निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बना सकते हैं। सत्र के दौरान यह संदेश भी दिया गया कि माता-पिता बच्चों के पहले आदर्श होते हैं, इसलिए उन्हें भी ध्यान और आत्म-जागरूकता का अभ्यास करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. वरुण मल्होत्रा (अतिरिक्त प्रोफेसर, शरीर क्रिया विज्ञान विभाग) और डॉ. सोफिया मुद्दा (मेडिकल ऑफिसर, योग) ने किया। इस अवसर पर डॉ. संदेश कुमार जैन (उप-निदेशक प्रशासन), डॉ. रजनीश जोशी (डीन अकादमिक), और डॉ. संतोष वाकोडे (विभागाध्यक्ष, शरीर क्रिया विज्ञान) भी उपस्थित रहे। बच्चों ने ध्यान सत्र के बाद स्वयं को अधिक शांत, प्रसन्न और आत्मविश्वासी महसूस किया, जबकि अभिभावकों ने इसे बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए एक प्रभावी पहल बताया।



