
पिथौरागढ़ (उत्तराखंड)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में समुद्र तल से 17,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित लिपुलेख पास तक सड़क निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि भारत की आस्था और अभियांत्रिकी क्षमता का प्रतीक बन गया है।
लिपुलेख वही बिंदु है जहाँ भारत, नेपाल और तिब्बत (चीन) की सीमाएँ मिलती हैं। इस मार्ग के पूरा होने से अब श्रद्धालु भारत की धरती से ही कैलाश पर्वत के दर्शन कर सकेंगे। पहले तीर्थयात्रियों को कठिन पहाड़ी रास्तों से होकर चीन के तिब्बत क्षेत्र में प्रवेश करना पड़ता था, लेकिन अब यह यात्रा अधिक सुरक्षित, तेज़ और सुविधाजनक हो गई है।
सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा निर्मित यह सड़क रणनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल तीर्थयात्रियों के लिए वरदान साबित होगी, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा विकास की दृष्टि से भी एक बड़ा कदम है।




