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एम्स भोपाल में आयोजित ‘फार्मक्वेस्ट–2025’: देशभर के मेडिकल छात्रों ने दिखाई प्रतिभा, एम्स रायपुर बना विजेता

भोपाल |  एम्स भोपाल के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा देशभर के एमबीबीएस छात्रों के लिए आयोजित “फार्मक्वेस्ट – इंटर-कॉलेज फार्माकोलॉजी क्विज़” का नौवां संस्करण शानदार सफल रहा। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का उद्देश्य भावी डॉक्टरों को दवाओं की वैज्ञानिक समझ, सुरक्षित उपयोग और क्लिनिकल निर्णय क्षमता विकसित करना था, ताकि आने वाले समय में मरीजों को और अधिक सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों।

देशभर से 34 टीमों ने लिया हिस्सा

प्रतियोगिता में एनएमसी मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों एवं सभी एम्स संस्थानों से कुल 34 टीमों के 68 प्रतिभागी शामिल हुए। प्रारंभिक राउंड बेहद प्रतिस्पर्धात्मक रहा, जिसके बाद एम्स रायपुर, एम्स बीबीनगर, एम्स भोपाल और सीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (हैदराबाद) की टीमें ग्रैंड फाइनल में पहुँचीं। क्विज़ को रोचक एवं इंटरैक्टिव तरीके से डिजाइन किया गया था, ताकि छात्र सीखते हुए आनंद भी ले सकें।

विजेताओं की सूची: एम्स रायपुर ने लहराया परचम

फाइनल राउंड में प्रतिभागियों ने फार्माकोलॉजी के विभिन्न क्लिनिकल परिदृश्यों पर उत्कृष्ट ज्ञान और तेज निर्णय क्षमता का प्रदर्शन किया।
विजेता: स्राहस दिन्नेपल्ली और अनिकेत त्रिपाठी (एम्स रायपुर)
उपविजेता: गणराज नल्लवार और मोहम्मद शजर कलीम (एम्स बीबीनगर)
ले-अलॉन्ग विनर: कृष्ण कौशल और वेदांत अमलाथे (एम्स भोपाल)
तीसरा स्थान: प्रांजल खत्री और मानव खत्री (एम्स भोपाल)
चौथा स्थान: निष्ठा अग्रवाल और बी. वेंकट कार्तिक (सीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, हैदराबाद)

वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सुरक्षित चिकित्सा अभ्यास को बढ़ावा

एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानंद कर ने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि फार्मक्वेस्ट जैसे आयोजन मेडिकल छात्रों को प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण में सीखने का अवसर प्रदान करते हैं। यह कार्यक्रम युवा डॉक्टरों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, दवाओं की समझ और जिम्मेदार चिकित्सा अभ्यास को मजबूत बनाता है।

फार्मक्वेस्ट–2025: भविष्य के डॉक्टरों के लिए प्रेरणादायक मंच

यह राष्ट्रीय क्विज़ न केवल मेडिकल छात्रों में फार्माकोलॉजी के प्रति रुचि बढ़ाता है, बल्कि उन्हें सुरक्षित दवा उपयोग, साक्ष्य-आधारित चिकित्सा और बेहतर क्लिनिकल निर्णयों की दिशा में प्रेरित भी करता है। एम्स भोपाल का यह वार्षिक आयोजन अब देश के प्रमुख शैक्षणिक मंचों में से एक बन चुका है, जो आने वाले वर्षों में और अधिक युवा प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करेगा।

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