नई दिल्ली । वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) 2025, जो एक 1 से 4 मई तक मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर (जेडब्ल्यूसीसी) में आयोजित होगा, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में वैश्विक संवाद के लिए एक प्रमुख मंच है। सत्रों और प्रदर्शनों के साथ-साथ, वेव्स 2025 में सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रम भी शामिल हैं, जो “रचनाकारों को जोड़ना, देशों को जोड़ना” की भावना को दर्शाते हैं। यह एक ऐसा मंच है जहां परंपराएं नवाचार मिलती हैं और देश कला की साझा भाषा के माध्यम से आपस में जुड़ते हैं।
चार दिनों तक चलने वाली इस भव्य आयोजन में दर्शक एक अनुठी यात्रा का अनुभव करेंगे, जो शास्त्रीय उत्कृष्ता से लेकर समकालीन प्रयोगों तक, कालातीत परंपराओं से लेकर अत्याधुनिक प्रस्तुतियों तक फैली होगी। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कलाकार मुंबई के प्रमुख स्थलों पर प्रस्तुती देंगे, जहां प्रत्येक मंच संस्कृतियों, रचनात्मकता और नई दृष्टियों का संगम बनेगा। वेव्स सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रम सहयोग की भावना की सबसे बुलंद और गर्वपूर्ण अभिव्यक्ति है।
भारत की सांस्कृतिक विरासत की जीवंत स्तुति
वेव्स कल्चरल्स एंड कॉन्सर्टस भारत की आत्मा को संगीत, नृत्य और कहानी कहने के जीवंत प्रस्तुति के माध्यम से सम्मानित करता हैं, जिसमें कथक जैसे शास्त्रीय नृत्य, लोक जीवन शक्ति और कलारीपयट्टू जैसे मार्शल फॉर्म शामिल हैं। एमएम कीरवानी के नेतृत्व में एक भव्य ऑर्केस्ट्रा, जिसमें श्रेया घोषाल, शंकर महादेवन और अन्य शामिल हैं, ‘वेव्स ऑफ इंडिया’ एल्बम का शुभारंभ प्रस्तुत करेगा। शरद केलकर के नेतृत्व में संकल्प: द रिजॉल्व जैसे प्रदर्शन वैदिक परंपराओं को आधुनिक सिनेमा के साथ जोड़ते हैं, जबकि टेटसो सिस्टर्स और एआर रहमान की ‘झाला’ जैसी प्रस्तुतियां विविधता को उजागर करती हैं। अनुपम खेर द्वारा क्यूरेट किया गया एक नृत्य संगीत, दृष्टिबाधित बच्चों द्वारा समावेशी प्रस्तुतियां और ‘क्रिएट इन इंडिया’ जैसी चुनौतियां- वाह उस्ताद और ईडीएम चैलेंज- भारत की रचनात्मकता को प्रदर्शन करती हैं, जो विरासत को संरक्षित करते हुए वैश्विक नवाचार प्रेरित करती हैं।
केरल का कलारीपयट्टू और महाराष्ट्र का दंडपट्टा जैसे युद्ध कला आधारित नृत्य विशेष रूप से प्रभावशाली होंगे, इन प्रदर्शनों में निहित योद्धा भावना भारत की ताकत और झुझारुपन की गौरवशाली परंपरा को दर्शाएगी। उनकी गतिशील मूवमेंट्स राष्ट्र की अटूट ताकत का प्रमाण हैं।
कला और एकता का वैश्विक संगम
“क्रिएटर्स को जोड़ना, देशों को जोड़ना”, वेव्स समिट 2025 मुंबई में किंग और एलन वॉकर और धारावी ड्रीम प्रोजेक्ट और बीटपेला हाउस जैसे सहयोगों के साथ कलाकारों को एकजुट करता है। श्रीलंका के राजसी वेस नृत्य, मिस्र के मौहक अल-तनौरा, मलेशिया के लयबद्ध जपिन, मेक्सिको की भावपूर्ण धुनों और इंडोनेशिया के जटिल बालीनी नृत्यों जैसे प्रदर्शन सद्भाव में एक साथ लाई गई सांस्कृतिक समृद्धि की दुनिया को प्रदर्शित करते हैं।
आधुनिक लय के माध्यम से परंपराओं की पुनर्कल्पना करके और अंतर-सांस्कृतिक संवादों को बढ़ावा देकर, वेव्स भारत के वैश्विक सांस्कृतिक प्रभाव को मजबूत करता है। यह अपनी विविध कथाओं को दुनिया के सांस्कृतिक ताने-बाने में बुनता है और अभिनव, सीमा-तोड़ने वाली कला के माध्यम से एकता को बढ़ावा देता है।
जीवंत आवाज़ें: परंपरा और नवाचार को जोड़ने वाले पैनल
वेव्स 2025 पैनल भारतीय संगीत और लाइव मनोरंजन के विकास का पता लगाते हैं। रोशन अब्बास के नेतृत्व में स्पॉटिफ़ी हाउस सत्र, जिसमें डॉ. एल सुब्रमण्यम, कविता कृष्णमूर्ति और अन्य शामिल हैं, बॉलीवुड में शास्त्रीय संगीत की भूमिका की जांच करता है, जबकि प्रसून जोशी और पापोन के साथ एक अन्य सत्र आधुनिक हिट्स में सूफी, लोक और ग़ज़ल प्रभावों का सम्मान करता है। दीपक चौधरी द्वारा संचालित द न्यू फेस ऑफ इंटरटेरमेंट पैनल, महेश भूपति और अन्य शामिल हैं, लाइव इवेंट के पुनरुत्थान पर चर्चा करता है और भारत की लाइव इंटरटेरमेंट इकोनॉमी पर श्वेत पत्र का लॉन्च करता है। ये चर्चाएं निर्माता आधारित अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाती है, जो परंपरा को प्रौद्योगिकी के सम्मेलन से भारत की वैश्विक नेतृत्व स्थिति को सुदृढ़ करती है।
वेव्स कल्चरल्स एंड कॉन्सर्ट्स भारत की समृद्ध विरासत और आधुनिक विकास को प्रदर्शित करता है, जो पारंपरिक और समकालीन कला को एक साथ लाकर भारत की विविधता और जिजीविषा को उजागर करती है। यह वैश्विक सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हुए भारत को सांस्कृतिक संवाद का अग्रणी देश बनाता है, नवाचार को प्रेरित करता है और यह सुनिश्चित करता है कि भारत की सांस्कृतिक कथा दुनिया भर में गूंजें।
कला, संगीत और नवाचार के जरीए भारत की विरासत और वैश्विक एकता का प्रदर्शन
