भोपाल से शुरू हुई MDR-TB के इलाज के लिए नई BPLM Regimen, 6 से 9 महीने में होगा प्रभावी उपचार

भोपाल, । मध्य प्रदेश में टीबी के मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (MDR-TB) मरीजों के लिए एक नई और अत्याधुनिक इलाज पद्धति BPLM Regimen की शुरुआत आज भोपाल से की गई। यह नई उपचार प्रणाली पारंपरिक इलाज की तुलना में ज्यादा प्रभावी, तेज और सुरक्षित मानी जा रही है। पहले जहां MDR-TB के इलाज में लगभग 20 महीने का समय लगता था, वहीं अब BPLM Regimen के माध्यम से मरीजों को केवल 6 से 9 महीने में ही राहत मिल सकेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह उपचार पद्धति विशेष रूप से उन मरीजों के लिए कारगर सिद्ध हो रही है, जिनमें सामान्य एंटी-टीबी दवाइयों का असर नहीं होता। नई BPLM Regimen में चार प्रमुख दवाइयाँ — बेडाक्विलाइन (Bedaquiline), प्रीटोमैनिड (Pretomanid), लाइनज़ोलिड (Linezolid), और मोक्सीफ्लोक्सासिन (Moxifloxacin) शामिल हैं, जो संयुक्त रूप से MDR-TB के बैक्टीरिया पर तीव्र असर डालती हैं।
क्यों खास है BPLM Regimen?
तेज़ और प्रभावी इलाज: पारंपरिक MDR-TB उपचार जहां 20 महीने तक चलता था, वहीं BPLM Regimen सिर्फ 6–9 महीनों में मरीज को स्वस्थ कर सकता है।
कम साइड इफेक्ट्स: शोधों में यह पाया गया है कि इस नई दवा प्रणाली से पारंपरिक इलाज की तुलना में कम दुष्प्रभाव होते हैं।
चिकित्सकीय परामर्श अनुसार दवा वितरण: मरीज की स्वास्थ्य स्थिति को देखकर ही यह दवाएं दी जाएंगी, जिससे व्यक्तिगत स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
यह पहल राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के अंतर्गत की जा रही है, और भविष्य में इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। विशेषज्ञों की मानें तो यह कदम न केवल मरीजों को जल्दी स्वस्थ करेगा, बल्कि टीबी मुक्त भारत अभियान को भी गति देगा।




