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पात्र हितग्राहियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने की रणनीति पर बैठक आयोजित

भोपाल । स्वास्थ्य विभाग जिला भोपाल द्वारा वित्तीय वर्ष 2024 -25 की लक्ष्य पूर्ति हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय भोपाल में किया गया । बैठक में सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लक्ष्यों की पूर्ति एवं मैदानी स्तर पर शत प्रतिशत क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना पर चर्चा की गई।  बैठक में सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों के कार्यक्रम अधिकारियों सहित विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, एसडीएमओ, लिंक अधिकारी, एस डी मैनेजर, पीएचएम,  जिला एवं ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे । राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ संतोष शुक्ला, संयुक्त संचालक मातृ स्वास्थ्य डॉ अर्चना मिश्रा सहित राज्य स्तरीय अधिकारियों एवं सलाहकारों द्वारा भी कार्यक्रम क्रियान्वयन की जानकारी दी गई। बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लक्ष्यों से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों एवं प्रबंधकों को अवगत करवाया गया। इन लक्ष्यों की समीक्षा नियमित रूप से प्रतिमाह की जावेगी।स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार कल्याण, कुष्ठ, क्षय उन्मूलन, डेंगू ,मलेरिया, असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम , अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना ,आईएचआईपी, रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम, हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लक्ष्य विकासखंड , सब डिविजनल , वार्ड, उप स्वास्थ्य केंद्र एवं ग्रामवार  निर्धारित किए गए हैं । इन लक्ष्यों के आधार पर मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र में दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लक्षित हितग्राहियों की जानकारी मिल सकेगी,  जिससे वे समय सीमा में शत प्रतिशत हितग्राहियों को वांछित स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित कर सकेंगे ।

बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ रितेश रावत एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर डॉ एस एम जोशी द्वारा बच्चों के टीकाकरण की शत प्रतिशत पूर्ति हेतु कार्य योजना पर जानकारी दी गई एवं यूविन पोर्टल पर प्रविष्टि के बारे में बताया गया । जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मातृ स्वास्थ्य एवं एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविरों के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि गर्भावस्था के दौरान प्रथम त्रैमास में गर्भवती का पंजीयन किया जाना आवश्यक है , जिससे इन महिलाओं को सभी आवश्यक जांच, दवाइयां, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर एवं पोषण आहार की सेवाएं शीघ्र ही प्रारंभ की जा सके ।

जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी द्वारा परिवार कल्याण कार्यक्रम एवं फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम के संबंध में बताया गया। परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत लक्ष्य दंपतियों की सूची के अपग्रेडेशन, नव दंपतियों तक परिवार कल्याण सेवाओं की जानकारी पहुंचाने एवं विभिन्न स्थाई व अस्थाई साधनों से लक्ष्य दंपतियों को जोड़ने की रणनीति पर विमर्श किया गया।  जिला सर्विलेंस अधिकारी द्वारा कुष्ठ नियंत्रण एवं इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलेंस कार्यक्रम में जिले की स्थिति की जानकारी साझा की गई।

क्षय उन्मूलन कार्यक्रम , निश्चय पोर्टल एवं टीबी बिन के संबंध में जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस बीमारी के उन्मूलन के लिए टीबी के प्रत्येक संभावित मरीज की पहचान एवं बीसीजी टीकाकरण किया जाना आवश्यक है । जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया की रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया। बैठक में आईएचआईपी पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन, वित्त,एच एम आई एस,  दस्तक, ई पी एस एम ए, आर सी एच, एच डब्लू सी सहित विभिन्न पोर्टल की रिपोर्टिंग पर जानकारी दी गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि समस्त पात्र हितग्राहियों को हितलाभ एवं आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सूक्ष्म कार्ययोजना बनाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के अलावा भोपाल के शहरी क्षेत्रों को भी कार्य सुविधा की दृष्टि से अनुविभागीय स्तर पर क्रियाशील किया गया है। वार्ड और उपस्वास्थ्य केंद्र के अनुसार प्रत्येक कार्यक्रम का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके द्वारा मैदानी स्तर पर कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का आकलन किया जावेगा। विगत वर्षों में भोपाल जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आईएचआईपी पोर्टल ,एच एम आई एस, शिशु टीकाकरण जैसे विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया गया है।

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