इंडस टावर्स ने FY 2024-25 में 1.73 करोड़ लोगों के जीवन पर डाला सकारात्मक प्रभाव, समावेशी विकास को दी गति

बेंगलुरु। दुनिया की अग्रणी दूरसंचार अवसंरचना कंपनी इंडस टावर्स लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अपने प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम ‘सक्षम’ और ‘प्रगति’ के माध्यम से 1.73 करोड़ से अधिक लोगों को सशक्त बनाया है। कंपनी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल साक्षरता और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाकर भारत की समावेशी विकास यात्रा को नई दिशा दी है।

राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और सतत विकास लक्ष्यों से जुड़ा विज़न

इंडस टावर्स की सीएसआर रणनीति भारत सरकार की डिजिटल इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्किल इंडिया जैसी योजनाओं के साथ गहराई से जुड़ी है। साथ ही यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में भी योगदान देती है। कंपनी ने वर्ष 2030 तक 15 करोड़ जीवनों पर सकारात्मक प्रभाव डालने का लक्ष्य रखा है।

सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता पर जोर

इंडस टावर्स के सीएचआरओ श्री पुष्कर सिंह कटारिया ने कहा कि कंपनी की सामाजिक ज़िम्मेदारी का केंद्र बिंदु केवल तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करना ही नहीं, बल्कि लोगों को अपने भविष्य का निर्माण स्वयं करने योग्य बनाना है। ‘सक्षम’ और ‘प्रगति’ कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं और बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा की सुविधाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूती

कंपनी डिजिटल साक्षरता बढ़ाकर डिजिटल विभाजन को कम करने और देश के हर हिस्से तक अवसर पहुँचाने के लिए कार्य कर रही है। साथ ही, सतत विकास पहल और अनुसंधान एवं विकास (R&D) साझेदारियों के जरिए पर्यावरण संरक्षण और नवाचार को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

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