गंगा प्रसाद गुप्त और महेश सक्सेना को मिलेगा साहित्यकार सम्मान

मध्यप्रदेश लेखक संघ ने घोषित किए
भोपाल। मध्यप्रदेश लेखक संघ ने वर्ष 2025 के प्रतिष्ठित साहित्यकार सम्मान घोषित कर दिए हैं। इस वर्ष के चयन में वरिष्ठ साहित्यकारों से लेकर नवोदित रचनाकारों तक को सम्मानित किए जाने का निर्णय लिया गया है। संघ की वार्षिक साधारण सभा में प्रांताध्यक्ष राजेंद्र गट्टानी ने पाँच सदस्यीय चयन समिति की अनुशंसा और कार्यकारिणी की स्वीकृति के बाद नामों की घोषणा की।

डॉ. गंगा प्रसाद गुप्त और महेश सक्सेना को मिलेगा विशेष सम्मान

इस वर्ष का सबसे प्रतिष्ठित पं. बटुक चतुर्वेदी अक्षर आदित्य सम्मान भोपाल के डॉ. गंगा प्रसाद गुप्त बरसैंया को प्रदान किया जाएगा। वहीं साहित्य और सृजनात्मक लेखन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए भोपाल के ही श्री महेश सक्सेना को सारस्वत सम्मान से अलंकृत किया जाएगा।

विभिन्न विधाओं के साहित्यकारों का हुआ चयन

घोषित सूची में अनेक विधाओं के रचनाकार शामिल हैं। इंदौर के अरुण अपेक्षित को पौराणिक उपन्यास/नाटक के लिए सम्मानित किया जाएगा, जबकि महू की नीता श्रीवास्तव को कहानी सम्मान मिलेगा। खंडवा के श्यामसुंदर तिवारी श्रेष्ठ गीतकार के रूप में चुने गए हैं, वहीं देवास के शशिकांत यादव को राष्ट्र प्रेरणा सम्मान से नवाजा जाएगा।

इसके अतिरिक्त भोपाल, ग्वालियर, रतलाम, खरगोन और दतिया सहित प्रदेशभर से चयनित साहित्यकारों को भी अलग-अलग विधाओं में सम्मानित किया जाएगा। खास बात यह है कि बुंदेली, मालवी और लोकभाषा साहित्य में सक्रिय रचनाकारों को भी इस वर्ष प्रमुखता दी गई है।

वार्षिक साहित्यकार सम्मेलन में होगा सम्मान समारोह

संघ ने स्पष्ट किया है कि ये सभी सम्मान मध्यप्रदेश लेखक संघ के वार्षिक साहित्यकार सम्मेलन 2025 में प्रदान किए जाएंगे। आयोजन में पूरे प्रदेश से साहित्यकारों, शोधकर्ताओं और पाठकों के शामिल होने की संभावना है।

इन सम्मानों से न केवल लेखकों की रचनात्मक ऊर्जा को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि प्रदेश की साहित्यिक परंपरा और भाषा–संस्कृति के संवर्धन को भी नई दिशा मिलेगी।

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