रेल मंत्रालय ने फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) को दी स्वीकृति, राजस्थान के तीन जिलों में विकास और कनेक्टिविटी को मिलेगा नया आयाम
भोपाल। रेल मंत्रालय ने देवगढ़ मदारिया से मारवाड़ जंक्शन तक प्रस्तावित 72 किलोमीटर लंबी नई ब्रॉड गेज रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) को मंजूरी प्रदान कर दी है। यह परियोजना राजस्थान के राजसमंद, उदयपुर और पाली जिलों के लिए रेल संपर्क, औद्योगिक विकास और पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी।
नई रेल लाइन से जोधपुर–बीकानेर–चित्तौड़गढ़–उदयपुर के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित होगा, जिससे यात्रा का समय और दूरी दोनों में कमी आएगी। यह ब्रॉड गेज लाइन अब तक रेल सुविधाओं से वंचित ग्रामीण क्षेत्रों तक आधुनिक परिवहन पहुंचाने में भी सहायक होगी।
क्षेत्रीय विकास और कृषि व्यापार को बल
देवगढ़ मदारिया क्षेत्र के किसानों को अपनी फल-सब्ज़ियों और कृषि उत्पादों को मारवाड़ क्षेत्र के बाजारों तक पहुँचाने में अब अधिक सुविधा होगी। बेहतर परिवहन से उत्पादों की गुणवत्ता बनी रहेगी और उन्हें नए व बड़े बाजारों तक पहुंच मिल सकेगी।
औद्योगिक और लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में वृद्धि
यह रेल लिंक दिल्ली–मुंबई औद्योगिक गलियारे (DMIC) के उद्देश्यों के अनुरूप है और जोधपुर–पाली औद्योगिक क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण बूस्टर साबित होगा। रेल कनेक्टिविटी से माल परिवहन, आपूर्ति श्रृंखला और निवेश आकर्षण में उल्लेखनीय सुधार होगा। इससे पश्चिमी भारत के संगमरमर, ग्रेनाइट और सीमेंट उद्योगों को भी बड़ा लाभ मिलेगा, जो भारतीय रेल के मिशन 3000 एमटी के लक्ष्य को आगे बढ़ाएगा।
पर्यटन को भी मिलेगा नया आयाम
इस मार्ग से कुंभलगढ़ किला, चारभुजा मंदिर और कंकरोली स्थित द्वारकाधीश मंदिर जैसे प्रसिद्ध धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों तक रेल के माध्यम से पहुंच आसान होगी। इससे पर्यटन, स्थानीय रोजगार और व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
सामाजिक और जनजातीय उत्थान से जुड़ा दूसरा प्रोजेक्ट
देवगढ़ मदारिया–मारवाड़ परियोजना के समानांतर ₹969 करोड़ की लागत से चल रही 82 किमी लंबी नाथद्वारा–देवगढ़ मदारिया ब्रॉड गेज परिवर्तन परियोजना भी क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त कर रही है। यह परियोजना भील, गरासिया और सहारिया जनजातियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार के अवसरों को सुलभ बनाकर उनके जीवन स्तर में सुधार लाएगी।
देवगढ़ मदारिया–मारवाड़ जंक्शन नई ब्रॉड गेज रेल लाइन को मिली मंजूरी
