भोपाल । दस्तक अभियान 2024 के तहत भोपाल जिले में 264589 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना और कुपोषण की रोकथाम करना है। अभियान के दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को उनकी आयु के अनुसार विटामिन ए दिया गया।
विटामिन ए के फायदे: रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि विटामिन ए की कमी के कारण छोटे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे वे बार-बार संक्रमण का शिकार हो सकते हैं और कुपोषण का खतरा बढ़ जाता है। नियमित अंतराल में विटामिन ए की खुराक देने से बाल मृत्यु दर में 20% तक की कमी लाई जा सकती है।
कौन से बच्चों को कितनी मात्रा में दी गई खुराक?
9 माह से 12 माह के बच्चों को 1 एमएल विटामिन ए
12 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को 2 एमएल विटामिन ए
विटामिन ए का सेवन प्रत्येक 6 माह के अंतराल में कराया जाता है, जिससे बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है।
घर-घर जाकर स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाएं
दस्तक अभियान के अंतर्गत हर मंगलवार और शुक्रवार को स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों को पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। इसके तहत विटामिन ए के साथ-साथ अन्य पोषण संबंधी सप्लीमेंट्स और मेडिकल चेकअप भी किए जा रहे हैं।
अभियान की मॉनिटरिंग और पिछली उपलब्धियां
जिला एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारी इस अभियान की स्पॉट चेकिंग और बैक चेकिंग के जरिए निगरानी कर रहे हैं। पिछले साल जून में दस्तक अभियान के प्रथम चरण में एनीमिया से ग्रसित बच्चों की जांच डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से की गई थी। जिन बच्चों में हीमोग्लोबिन का स्तर कम पाया गया, उन्हें आयरन सप्लीमेंटेशन और उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई।
विटामिन ए खुराक क्यों है ज़रूरी?
रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
कुपोषण से बचाव
संक्रमण से सुरक्षा
बाल मृत्यु दर में कमी
निष्कर्ष
दस्तक अभियान 2024 के तहत भोपाल में 100% लक्षित बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा चुकी है। यह अभियान बच्चों की सेहत सुधारने और कुपोषण को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दस्तक अभियान 2024: भोपाल में 100% बच्चों को मिली विटामिन ए की खुराक, रोग प्रतिरोधक क्षमता में होगा इज़ाफ़ा
