भोपाल । प्रदेश के दैनिक वेतनभोगी, सुरक्षा श्रमिक और वन सुरक्षा श्रमिक इस बार दीपावली के उत्सव से दूर रहेंगे।इसका प्रमुख करना इन श्रमिकों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके परिवार आर्थिक संकट में हैं और दीपावली मनाना असंभव हो गया है। मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि दीपावली से पहले सभी विभागों के श्रमिकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए। मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जब मजदूरों को मेहनत की कमाई समय पर नहीं मिलेगी, तो वे त्योहार कैसे मनाएंगे? पांडे ने कहा कि वन विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग और उद्यानिकी विभाग में कार्यरत हजारों दैनिक वेतनभोगी श्रमिक पिछले कई महीनों से अपने वेतन के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। उनकी गुहार के बावजूद नौकरशाही इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रही है। स्थिति यह है कि श्रमिकों के घरों में त्योहार की खुशियों की जगह निराशा और असंतोष का माहौल है। परिवारों को रोजमर्रा के खर्च, बच्चों की फीस और घर के राशन तक में कठिनाई हो रही है। कर्मचारी मंच ने चेतावनी दी है कि यदि दीपावली से पहले वेतन भुगतान नहीं हुआ, तो प्रदेशभर के श्रमिक 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री को काला पोस्टकार्ड भेजकर विरोध दर्ज करेंगे और प्रतीकात्मक रूप से दीपावली नहीं मनाएंगे।
यह मामला केवल वेतन न मिलने का नहीं, बल्कि मजदूर वर्ग की उपेक्षा और प्रशासनिक संवेदनहीनता का प्रतीक बनता जा रहा है। कर्मचारी संगठनों ने सरकार से तत्काल वेतन वितरण कर श्रमिकों की दीपावली में फिर से रोशनी लौटाने की मांग की है।
तीन महीने से वेतन से वंचित दैनिक वेतनभोगी श्रमिक मुख्यमंत्री को भेजेंगे काला पोस्टकार्ड
