नई दिल्ली, । भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने के उद्देश्य से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 5 दिसंबर को भारत की राजकीय यात्रा पर आने वाले हैं। यह दौरा दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की संभावना है, जिनमें शामिल हैं।
रक्षा सहयोग एवं हथियार आपूर्ति — संयुक्त उत्पादन, तकनीकी हस्तांतरण और नए रक्षा समझौते। ऊर्जा साझेदारी — तेल, प्राकृतिक गैस और परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश बढ़ाने पर विचार।
व्यापार और निवेश — दोनों देशों के बीच रुपये-रूबल व्यापार तंत्र को और प्रभावी बनाने पर चर्चा।
वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा — यूक्रेन संकट, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग की रणनीति।
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भारत बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था में अपनी भूमिका को सशक्त कर रहा है और रूस के साथ अपने पुराने मित्रवत रिश्तों को नए आर्थिक और रणनीतिक आयाम देने की तैयारी में है।
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