भोपाल में सौ वर्षीय पूर्व डीजीपी पर हमला: केयरटेकर ने पैसों के लिए की मारपीट, अरेरा कॉलोनी में घटी घटना

भोपाल । भोपाल मारपीट समाचार से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पूर्व डीजीपी पर हमला किया गया। यह घटना राजधानी भोपाल की पॉश अरेरा कॉलोनी में घटी, जहां 100 वर्षीय रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एचएम जोशी पर उनके ही घर में केयरटेकर द्वारा हमला किया गया।
पैसों के लिए गला दबाया, धमकी दी
जानकारी के अनुसार, केयरटेकर रफीक, जो एक निजी एजेंसी के माध्यम से नियुक्त था, ने पैसे ऐंठने के इरादे से जोशी जी का गला दबाया और जान से मारने की धमकी दी। रफीक लंबे समय से जोशी के घर देखरेख का काम कर रहा था और हर महीने 18 से 20 हजार रुपये वेतन लेता था।
घटना के समय रसोई सहायिका की मौजूदगी से बची जान
भोपाल में अरेरा कॉलोनी घटना के समय जोशी के घर खाना बनाने वाली सहायिका गीता मौके पर पहुंच गई। उसे देखकर रफीक घबरा गया और मौके से हट गया। यदि वह समय पर नहीं आती, तो घटना और भी गंभीर हो सकती थी।
1948 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं एचएम जोशी
एचएम जोशी 1948 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी हैं और 1980 के दशक में मध्यप्रदेश के डीजीपी रह चुके हैं। उनके लंबे सेवाकाल और वरिष्ठता को देखते हुए यह घटना प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
हबीबगंज पुलिस थाने में दर्ज की गई शिकायत
भोपाल पुलिस शिकायत के अनुसार, जोशी ने घटना के तुरंत बाद हबीबगंज थाने में रफीक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपी के खिलाफ धारा 323, 506 व अन्य संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।
राजधानी में बढ़ती असुरक्षा: वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस भोपाल मारपीट की ब्रेकिंग न्यूज के बाद राजधानी में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। एक सौ वर्षीय पूर्व पुलिस प्रमुख के साथ ऐसा व्यवहार दर्शाता है कि निजी एजेंसियों द्वारा नियुक्त कर्मचारियों की उचित जांच और निगरानी बेहद आवश्यक है।
निष्कर्ष:
यह घटना न केवल भोपाल में बढ़ते अपराध का प्रतीक है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है। अब देखना होगा कि भोपाल पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता और संवेदनशीलता से कार्रवाई करती है।






