अजब मध्यप्रदेश का गजब भ्रष्टाचार: सामुदायिक भवन निर्माण में एक बोरी सीमेंट की कीमत दिखाई 1.92 लाख रुपए, तीन बोरियों का बिल 5.04 लाख रुपए!

छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन इस बार छिंदवाड़ा जिले की विशाला ग्राम पंचायत से ऐसा घोटाला उजागर हुआ है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। यहाँ बनने वाले सामुदायिक भवन के लिए खरीदी गई एक बोरी सीमेंट की कीमत 1,92,000 रुपए दिखाई गई है। तीन बोरियों का बिल 5,04,000 रुपए तक पहुंचा दिया गया, जो सामान्य बाजार दरों से हजारों गुना अधिक है।
और भी हैरानी की बात यह है कि इस शर्मनाक अनियमितता के बावजूद सरकार ने पूरा बिल मंजूर भी कर दिया। भवन की न तो कोई दीवार खड़ी हुई, न नक्शा मौजूद है, और न ही पिलर बने हैं, फिर भी पिलर निर्माण के नाम पर 17 लाख रुपये खर्च दिखा दिए गए। फिलहाल केवल कागजी बिल ही हैं, ज़मीन पर निर्माण का कोई निशान तक नहीं है।
यह रिसिप्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं में भारी रोष है। बताया जा रहा है कि हाल ही में प्रदेश के कई जिलों में सामुदायिक भवन निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये जारी किए गए थे, जिनमें औसतन 25 लाख रुपये प्रति भवन आवंटित किए गए थे। ऐसे में इस तरह की फर्जी खरीद और फर्जी बिलिंग ने पूरे सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच हो और जिम्मेदार अधिकारियों व ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मामला अब चर्चाओं में है और लोगों की नजर सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई है।
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