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बांग्लादेश सीमा पर 1000 CAA कैंप स्थापित होंगे, हिंदू शरणार्थियों को मिलेगा SIR पंजीकरण का लाभ

कोलकाता। लोकसभा चुनाव 2026 से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पश्चिम बंगाल में बड़ा राजनीतिक और रणनीतिक कदम उठाया है। पार्टी राज्य के बांग्लादेश सीमावर्ती इलाकों में 1,000 नागरिकता (CAA) सहायता केंद्र या कैंप स्थापित करने जा रही है। इन कैंपों का उद्देश्य बांग्लादेश में इस्लामी उत्पीड़न से भागकर भारत आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई शरणार्थियों को SIR (Self Identification Registration) प्रक्रिया में सहायता देना है।

भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने बताया कि ये कैंप उन नागरिकों के लिए होंगे जो नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत भारत की नागरिकता प्राप्त करने के पात्र हैं लेकिन डिजिटल या प्रशासनिक प्रक्रिया की जटिलताओं के कारण अभी तक आवेदन नहीं कर पाए हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि CAA और SIR प्रक्रिया से बंगाल में दशकों से हो रही अवैध घुसपैठ का पर्दाफाश होगा और वास्तविक शरणार्थियों को न्याय मिलेगा।”

भाजपा का यह कदम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सीमा क्षेत्रों जैसे नदिया, उत्तर 24 परगना, मालदा और कूचबिहार में इन कैंपों से भाजपा को राजनीतिक लाभ मिल सकता है, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में हिंदू मतदाता और विभाजनकालीन शरणार्थी परिवार रहते हैं।

वहीं, TMC और वाम दलों ने इसे चुनावी स्टंट करार देते हुए कहा है कि भाजपा धार्मिक भावनाओं का उपयोग कर रही है। हालांकि, भाजपा का तर्क है कि यह कार्यक्रम मानवाधिकारों और न्याय की दिशा में ऐतिहासिक पहल है।

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