इंदौर में बन रहा Z शेप ब्रिज — दो 90° एंगल वाला अनोखा रेलवे ओवरब्रिज

इंदौर ।  मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में तकनीकी और इंजीनियरिंग की दृष्टि से एक अद्वितीय संरचना तैयार हो रही है। पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र को एमआर-4 रोड से जोड़ने के लिए Z आकार का रेलवे ओवरब्रिज तैयार किया जा रहा है, जिसकी डिजाइन को लेकर इंजीनियरिंग जगत में खासा उत्साह है।

Z शेप ब्रिज की विशेषताएं:

इस ओवरब्रिज को PWD (लोक निर्माण विभाग) द्वारा बनाया जा रहा है। इसकी पूरी संरचना अंग्रेजी के अक्षर ‘Z’ जैसी होगी। ब्रिज में दो बड़े 90 डिग्री के मोड़ (Right Angle Turns) शामिल किए जा रहे हैं, जो इसे सामान्य फ्लाईओवर से बिल्कुल अलग बनाते हैं।

ब्रिज का रूट और एंगल डिटेल:

1. पहला 90° एंगल: यह मोड़ लक्ष्मीबाई नगर से भागीरथपुरा होते हुए पोलोग्राउंड की ओर बढ़ रही भूजा में बनाया जा रहा है।

2. दूसरा 90° एंगल: यह मोड़ पोलोग्राउंड से एमआर-4 रोड की ओर जाने वाले हिस्से में बनाया जा रहा है।
इस डिजाइन के पीछे मकसद है औद्योगिक क्षेत्र को ट्रैफिक जाम से मुक्त करना और तेज, सुगम परिवहन सुनिश्चित करना।

पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र को मिलेगा बड़ा लाभ:
पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र में दर्जनों फैक्ट्रियां और वेयरहाउस स्थित हैं। यहां से माल वाहनों का भारी आवागमन होता है। रेलवे क्रॉसिंग और ट्रैफिक बाधाओं की वजह से इस क्षेत्र को लंबे समय से जाम की समस्या झेलनी पड़ती थी।

Z शेप ब्रिज बनने से  वाहनों की आवाजाही सीधे एमआर-4 तक हो सकेगी। रेलवे क्रॉसिंग से राहत मिलेगी।बीऔद्योगिक क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट की लागत घटेगी।स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी।

तकनीकी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण निर्माण:

Z आकार का ब्रिज अपने आप में एक तकनीकी चुनौती है। दो तीखे मोड़ों (sharp right angles) के कारण यहां विशेष इंजीनियरिंग तकनीकों और हेवी कर्व्ड गार्डरेल्स, ट्रैक्शन स्लैब, और स्ट्रेस बियरिंग डिजाइन का प्रयोग किया जा रहा है। PWD के वरिष्ठ इंजीनियरों के मुताबिक, यह मध्यप्रदेश में अपनी तरह का पहला रेलवे ओवरब्रिज होगा जो इस प्रकार के शार्प ज़ेड-शेप डिज़ाइन में तैयार हो रहा है।

निर्माण की प्रगति और अनुमानित समय:

निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पुल का स्ट्रक्चर लगभग अंतिम चरण में है। आगामी 6 महीनों में ट्रैफिक के लिए चालू किए जाने की संभावना है।

निष्कर्ष: इंदौर का यह Z आकार का ओवरब्रिज न केवल यातायात समस्या का समाधान करेगा, बल्कि यह राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन सकता है। यह दर्शाता है कि मध्यप्रदेश अब पारंपरिक निर्माण सीमाओं से आगे निकलकर नई सोच और इंजीनियरिंग नवाचारों की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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