बेस्ट मीडिया न्यूज़ पेज ऑफ़ द ईयर 2025” अवार्ड
भोपाल। मध्यप्रदेश के युवा और चर्चित यूट्यूबर एवं सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर देवश्य पाराशर को उनके उत्कृष्ट डिजिटल मीडिया योगदान के लिए बेस्ट मीडिया न्यूज़ पेज ऑफ़ द ईयर 2025 अवार्ड से सम्मानित किया गया है। राजधानी भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह में उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया।
एमसीयू के होनहार छात्र हैं देवश्य पाराशर
देवश्य पाराशर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में एमए ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म के प्रतिभाशाली छात्र हैं। उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।
500 से अधिक क्रिएटर्स के बीच मिली बड़ी उपलब्धि
उल्लेखनीय है कि इंफ्लुएंसर अवार्ड 2025 में मध्यप्रदेश भर से 500 से अधिक कंटेंट क्रिएटर्स ने भाग लिया था। कड़े प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में देवश्य पाराशर का चयन “बेस्ट मीडिया न्यूज़ पेज ऑफ़ द ईयर” के लिए किया जाना उनकी निरंतर मेहनत और कंटेंट क्वालिटी को दर्शाता है।
फिल्म, टीवी रियलिटी शो और न्यूज़ कंटेंट में सक्रिय
देवश्य पाराशर अपने यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टीवी रियलिटी शो और फिल्मों के रिव्यू, समसामयिक न्यूज़ कंटेंट, व्लॉग्स और ट्रैवल वीडियो तैयार करते हैं। इंस्टाग्राम पर उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है, जहां युवा वर्ग उनके कंटेंट को विशेष रूप से पसंद करता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों से भी जोड़ते हैं फॉलोअर्स को
देवश्य पाराशर दुनिया के सबसे ऊँचे शिव मंदिर तुंगनाथ और हिमाचल प्रदेश के चूड़धार महादेव जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्राएँ कर चुके हैं। उन्होंने इन स्थलों के दर्शन अपने डिजिटल माध्यमों के जरिए अपने फॉलोअर्स को भी कराए, जिससे उनके कंटेंट को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान मिली।
अवार्ड समारोह में फिल्मी हस्तियां रहीं मौजूद
इस अवार्ड समारोह में इंडियन व तेलुगु सिनेमा से जुड़ी हस्तियां भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम में बिग बॉस तेलुगु सीजन-9 के कंटेस्टेंट शादाब हसन की उपस्थिति भी रही, जिससे आयोजन और अधिक चर्चित रहा।
कंटेंट क्रिएशन को लेकर विवाद भी चर्चा में
ताजुल मस्जिद में वीडियो शूट पर विवाद
इसी दौरान सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएशन से जुड़ा एक विवाद भी सुर्खियों में है। ताजुल मस्जिद में कंटेंट क्रिएशन को लेकर भोपाल मुस्लिम कमेटी ने कड़ी आपत्ति जताई है। कमेटी का कहना है कि मस्जिदों की पवित्रता और गरिमा से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
FIR की मांग, सोशल मीडिया क्रिएटर्स पर बढ़ी निगरानी
कमेटी द्वारा कुछ कंटेंट क्रिएटर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए “₹10 वाला बिस्कुट कितने का है जी” वीडियो से चर्चा में आए कंटेंट क्रिएटर शादाब जगती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मामले को लेकर प्रशासन और पुलिस स्तर पर जांच की संभावना जताई जा रही है।
डिजिटल मीडिया में उभरती नई पीढ़ी
देवश्य पाराशर की उपलब्धि यह दर्शाती है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सकारात्मक, सूचनात्मक और जिम्मेदार कंटेंट तैयार करने वाले युवा क्रिएटर्स नई पहचान बना रहे हैं। वहीं, हालिया विवाद यह भी संकेत देता है कि कंटेंट क्रिएशन के साथ संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी भी उतनी ही आवश्यक है।
यूट्यूबर व इंफ्लुएंसर देवश्य पाराशर को मिला, ताजुल मस्जिद में वीडियो शूट पर विवाद
