विश्व मल्टीपल स्क्लेरोसिस दिवस 2025: एम्स भोपाल में हुआ जागरूकता कार्यक्रम, शीघ्र निदान और सामाजिक सहानुभूति पर दिया गया जोर

भोपाल। एम्स ने विश्व मल्टीपल स्क्लेरोसिस दिवस 2025 के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संस्थान के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में न्यूरोलॉजी विभाग द्वारा संपन्न हुआ। इस वर्ष की थीम “मेरा एमएस निदान (My MS Diagnosis)” रही, जिसका उद्देश्य मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) के प्रति जनसामान्य में जागरूकता फैलाना, शीघ्र निदान को प्रोत्साहित करना, और रोगियों के प्रति सामाजिक सहानुभूति को सुदृढ़ बनाना रहा।
क्या है मल्टीपल स्क्लेरोसिस?
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक न्यूरोडीजेनेरेटिव ऑटोइम्यून विकार है, जो मुख्य रूप से मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है। यह रोग शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा अपनी ही नसों की सुरक्षा पर हमला करने के कारण उत्पन्न होता है। लक्षणों में असंतुलन, थकान, दृष्टि संबंधी समस्याएं, बोलने में कठिनाई, और हाथ-पैरों में झुनझुनाहट शामिल हैं। चूंकि ये लक्षण अन्य सामान्य बीमारियों से मिलते-जुलते हो सकते हैं, इसलिए अक्सर निदान में विलंब हो जाता है, जिससे रोग की जटिलताएँ बढ़ जाती हैं।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
एमएस रोगियों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए, जिससे उपस्थित लोगों को इस जटिल बीमारी को समझने में मदद मिली।छात्रों, चिकित्सकों और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने समय पर निदान और नियमित फॉलो-अप की महत्ता को रेखांकित किया। समावेशी और सहायक समाज की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया, ताकि एमएस से पीड़ित व्यक्ति सामाजिक और मानसिक रूप से सशक्त बन सकें।
निदेशक का संदेश:
इस अवसर पर प्रो. अजय सिंह ने कहा कि मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक गंभीर और चुनौतीपूर्ण स्थिति है, जो न केवल रोगी के शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि उसके मानसिक और सामाजिक जीवन को भी गहराई से छूती है। एम्स भोपाल में हमारा उद्देश्य केवल उच्च गुणवत्ता वाला उपचार प्रदान करना नहीं है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाकर एमएस रोगियों को मुख्यधारा में लाना भी है।
एम्स भोपाल की पहल:
एम्स भोपाल पहले भी न्यूरोलॉजिकल विकारों, ऑटोइम्यून बीमारियों, और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर शोध, चिकित्सा सेवाएं और प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। मल्टीपल स्क्लेरोसिस दिवस जैसे आयोजन संस्थान की समर्पण भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व को दर्शाते हैं।





