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भिंड फर्जी पेशाब कांड: ओझा समाज के निर्दोष युवा फंसने पर पत्नी ने न्याय की गुहार लगाई

भिंड, मध्य प्रदेश: भिंड के फर्जी पेशाब कांड में केवल ब्राह्मण समाज के ही नहीं, बल्कि अति पिछड़े कामगार और गरीब बढ़ई (ओझा) समाज के कई युवाओं को भी फंसाए जाने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में छोटे ओझा की पत्नी ने खुलकर कहा, “मेरा पति निर्दोष है। हम न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।”

पीड़ित महिला का कहना है कि उसका परिवार इस अन्याय से पूरी तरह असहाय है और उन्हें न्याय दिलाने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में भी ओझा समाज के लोग इस मामले को लेकर गहरी चिंता जता रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामले सामाजिक सौहार्द और एकता के लिए खतरा हैं। अगर निर्दोष नागरिक फंसते हैं, तो यह न केवल व्यक्तिगत पीड़ा बढ़ाता है, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देता है।

इस मामले में स्थानीय प्रशासन और पुलिस से तेज़ और निष्पक्ष कार्रवाई की अपेक्षा की जा रही है। वहीं समुदाय के लोग आश्वस्त हैं कि न्याय मिलने पर सामाजिक सामंजस्य और ओझा समाज के युवाओं की प्रतिष्ठा बहाल होगी।

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