
भोपाल । भारतीय रेलवे के 17 जोनल रेलवे और दो प्रोडक्शन यूनिट में मान्यता प्राप्त यूनियन के चुनाव 4, 5 और 6 दिसंबर को होंगे। इन बहुप्रतीक्षित चुनावों में जबलपुर जोन के भोपाल, कोटा और जबलपुर मंडल के लगभग 52,200 से अधिक रेल कर्मचारी मतदान करेंगे।
‘गाय’ चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ
इस बार पांच यूनियन चुनाव में हैं, जिनमें बीएमएस, एचएमएस और कुछ स्वतंत्र यूनियन शामिल हैं। इंटक से जुड़ा वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ ‘गाय’ चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में उतर रहा है। संघ के महामंत्री श्री अशोक शर्मा ने कहा कि यह चुनाव 11 वर्षों बाद हो रहे हैं, जबकि इन्हें हर 5 वर्ष में होना चाहिए।
वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ ने अपनी प्राथमिकता में पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली को प्रमुख मुद्दा बनाया है। इसके अलावा, एलडीसीई ओपन टू ऑल, हार्डशिप और रिस्क भत्ते, सभी सुरक्षा श्रेणी के कर्मचारियों के लिए संक्रमण भत्ता, आठवें वेतन आयोग का गठन और ट्रैक मेंटेनर सहित अन्य पदों के लिए भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर विशेष मांगें उठाई गई हैं।
चुनाव प्रचार में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
1. OPS की बहाली: संघ का कहना है कि नई पेंशन योजना (NPS) के बजाय केवल पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
2. स्टेशन मास्टर्स: नाइट ड्यूटी अलाउंस में ₹43,600 की सीमा हटाई जाए और उनकी ड्यूटी अधिकतम 6 घंटे की जाए।
3. रेलवे कर्मचारियों की भर्ती: आरआरसी के माध्यम से भर्ती केवल ट्रैक मेंटेनर श्रेणी में हो और इसमें 100% इंटक कोटा लागू किया जाए।
4. महिला कर्मचारियों के लिए सुविधाएं: रेलवे में कार्यरत महिला कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं दी जाएं।
5. काम के घंटे: सभी कर्मचारियों के काम के घंटे घटाकर 8 घंटे किए जाएं।
संकल्प यात्रा में उठाए गए अन्य मुद्दे
रनिंग स्टाफ के लिए आयकर छूट सीमा बढ़ाई जाए।
अंतर-रेलवे स्थानांतरण शीघ्र किया जाए।
उत्पादकता लिंक बोनस (PLB) की गणना से सैलरी सिलिंग हटाई जाए।
माता-पिता को मानार्थ पास और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं।
ट्रेन मैनेजर्स का एंट्री ग्रेड पे ₹4,200 और एमएसीपी ₹4,600 तथा ₹4,800 किया जाए।
संघ का उत्साह और उम्मीदें
श्री अशोक शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों में इस चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह है। संघ ने अपनी मांगों को सरकार और रेल मंत्रालय के समक्ष स्पष्ट रूप से रखा है और चुनावी प्रचार में इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जा रहा है।
चुनाव परिणाम रेल कर्मचारियों के भविष्य को नई दिशा देंगे और पुरानी पेंशन योजना की बहाली सहित कई महत्वपूर्ण सुधारों की उम्मीद को बल देंगे।





