
तमिलनाडु से सामने आए एक वायरल वीडियो ने देशभर में आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है। वीडियो में दो युवक एक अन्य युवक पर धारदार हथियार से लगातार वार करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो जाती है। दावा किया जा रहा है कि मृतक प्रवासी मजदूर था। यह दिल को झकझोर देने वाली घटना सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है, जिसके बाद कानून-व्यवस्था और प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि हमलावर युवक बेखौफ होकर एक व्यक्ति पर सैकड़ों बार धारदार हथियार से हमला करते हैं। पीड़ित की चीख-पुकार और बेरहमी से की गई हत्या ने आम लोगों को झकझोर दिया है। हालांकि, यह घटना कब और तमिलनाडु के किस क्षेत्र की है, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस और प्रशासन वीडियो की सत्यता, समय और स्थान की जांच में जुटे होने की बात कह रहे हैं।
बताया जा रहा है कि घटना प्रवासी मजदूरों के खिलाफ बढ़ते अपराधों की कड़ी से जोड़कर देखी जा रही है। इससे पहले भी तमिलनाडु समेत कई राज्यों में बाहरी राज्यों से आए मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद एक बार फिर यह बहस तेज हो गई है कि आखिर कानून और संविधान आम नागरिकों की रक्षा कैसे कर पा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कई लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि यदि कानून प्रभावी होता, तो इस तरह की घटनाएं खुलेआम कैमरे में कैद नहीं होतीं। कुछ प्रतिक्रियाओं में गुस्सा और हताशा साफ दिख रही है, जहां लोग कानून से विश्वास उठने की बात कह रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि हिंसा का समाधान और हथियारों को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि कानून के सख्त और निष्पक्ष क्रियान्वयन से ही समाज सुरक्षित हो सकता है।
कार्रवाई और आगे की राह:
फिलहाल पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह मामला न केवल एक जघन्य अपराध का है, बल्कि प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की प्रभावशीलता की भी कड़ी परीक्षा है।





