
भोपाल मंडल के रेलवे स्टेशनों पर गूंजा वीरता और बलिदान का इतिहास
भोपाल। 26 दिसंबर को मनाए जा रहे वीर बाल दिवस के अवसर पर पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल ने सिख इतिहास के स्वर्णिम अध्याय को जन-जन तक पहुँचाने की सराहनीय पहल की है। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के वीर साहिबज़ादों की अद्वितीय शहादत, साहस और धर्मनिष्ठा का स्मरण मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर दृश्य एवं श्रव्य माध्यमों के जरिए श्रद्धा और सम्मान के साथ किया जा रहा है।
एलईडी स्क्रीन और उद्घोषणा प्रणाली से हुआ ऐतिहासिक प्रसारण
मंडल रेल प्रबंधक श्री पंकज त्यागी के मार्गदर्शन में भोपाल मंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर एलईडी स्क्रीन, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, उद्घोषणा प्रणाली एवं सूचना पटल के माध्यम से साहिबज़ादों के बलिदान से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का प्रसारण किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के जरिए यात्रियों को कम आयु में धर्म, सत्य और मानवता की रक्षा के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान से अवगत कराया जा रहा है।
युवाओं को नैतिक मूल्यों से जोड़ने का प्रयास
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि इन दृश्य-श्रव्य प्रस्तुतियों के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि साहिबज़ादों ने अत्याचार और अन्याय के सामने झुकने के बजाय साहस, आत्मसम्मान और कर्तव्य पथ को अपनाया। कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य यात्रियों, विशेषकर युवा पीढ़ी, को भारत की गौरवशाली विरासत और उच्च नैतिक मूल्यों से प्रेरित करना है।
यात्रियों से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, स्टेशन परिसरों में आयोजित इस विशेष आयोजन को यात्रियों से उत्साहजनक और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। यात्रियों ने इसे प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयास नई पीढ़ी को देश के इतिहास, संस्कृति और बलिदान की भावना से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रेलवे की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना की पहल
पश्चिम मध्य रेलवे का भोपाल मंडल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। वीर बाल दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक सशक्त और प्रेरक कदम माना जा रहा है।



